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कौशलम् एक्सपोः उद्यमिता से नौकरी खोजने वाले नहीं, नौकरी देने वाले बनेंगे युवा

एससीईआरटी एवं उद्यम लर्निंग फाउंडेशन ने विश्व युवा कौशल दिवस पर कौशलम् एक्स्पो का आयोजन किया

देहरादून। न्यूज लाइव ब्यूरो

राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण उत्तराखंड एवं सहयोगी संस्था उद्यम लर्निंग फाउंडेशन ने विश्व युवा कौशल दिवस पर माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों के लिए कौशलम् एक्स्पो का आयोजन किया। राज्य में वर्ष 2022-23 से माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों के लिए कौशलम् पाठ्यचर्या का संचालन किया जा रहा है। इस पाठ्यचर्या का उद्देश्य छात्रों में उद्यमिता की मानसिकता का विकास करना एवं उन्हें 21वीं सदी के कौशलों में दक्ष बनाना है, ताकि छात्र शिक्षा पूर्ण करने के पश्चात् उद्यमिता के क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए प्रेरित हो सकें एवं राज्य में बेरोजगारी एवं पलायन की समस्या दूर करने में मदद मिल सके।

कौशलम् एक्स्पो 2024 का शुभारंभ बन्दना गर्ब्याल, निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण उत्तराखंड ने दीप प्रज्ज्वलन से किया। एक्स्पो में प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों से आए हुए छात्रों ने अपने इनोवेटिव आइडिया एवं उत्पादों का प्रदर्शन किया। निदेशक वंदना गर्ब्याल ने कहा कि छात्र-छात्राएं स्वरोजगार की ओर अग्रसर हों एवं उद्यमिता के क्षेत्र में अपना करियर बनाकर नौकरी खोजने वाला बनने के बजाए नौकरी देने वाला बनने का प्रयास करें।

उद्यम लर्निंग फाउंडेशन के निदेशक हरीश मनवानी ने कहा, “इस वर्ष हम अपने कौशल्य कार्यक्रम में एक बड़े विस्तार और अपडेट देखेंगे, जिसका प्रदर्शन कौशल्य एक्स्पो 24 में किया गया था। यह कार्यक्रम, जो 2020 में केवल 10 स्कूलों से शुरू हुआ था, अब 2200 से अधिक स्कूलों तक पहुँच गया है। पिछले साल हमें मिली प्रतिक्रिया के आधार पर, हमने अपने पाठ्यक्रम में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं ताकि हमारे छात्रों के लिए उच्च प्रभाव वाली शिक्षा सुनिश्चित की जा सके।”

कौशलम कार्यक्रम के बारे में बात करते हुए, अनीता कुमार, हेड- अमेज़ॅन कम्युनिटी इम्पैक्ट, भारत ने कहा, “इस प्रकार का विस्तार और विकास देखना वास्तव में रोमांचक है। हम राज्य सरकार के आभारी हैं कि उन्होंने हमें समर्थन दिया। साथ ही, हमें भारत में उद्यमशीलता संस्कृति को मजबूत करने के हमारे संयुक्त मिशन के हिस्से के रूप में उत्तराखंड में कौशलम कार्यक्रम पर उद्यम लर्निंग फाउंडेशन के साथ साझेदारी करने पर भी गर्व है। हमारा उद्देश्य प्रत्येक युवा को कौशल प्रदान करना है। अमेज़ॅन में, हम पूरे भारत में युवाओं की उद्यमशीलता की भावना को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

सहायक निदेशक सेवायोजन ममता नेगी ने छात्रों को उद्यमिता के क्षेत्र में उपलब्ध विभिन्न अवसरों एवं नवीन उद्यमियों की सहायता के लिए सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया। हिमशक्ति फाउंडेशन के संस्थापक हर्षित सहदेव ने छात्रों को अत्यंत रोचक तरीके से छात्रों को उद्यमशील मानसिकता एवं उत्तराखंड में उद्यमिता के अवसरों के बारे में बताया। कार्यक्रम का संचालन कौशलम् कार्यक्रम के राज्य समन्वयक राजेश खत्री ने किया। कार्यक्रम में आशा रानी पैन्यूली, संयुक्त निदेशक एस सी ई आर टी, कंचन देवराड़ी संयुक्त निदेशक एस सी ई आर टी, डॉ कृष्णानंद बिजलवाण, सहायक निदेशक एस सी ई आर टी एवं उद्यम लर्निंग फाउंडेशन सदस्य उपस्थित रहे।

Rajesh Pandey

उत्तराखंड के देहरादून जिला अंतर्गत डोईवाला नगर पालिका का रहने वाला हूं। 1996 से पत्रकारिता का छात्र हूं। हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश आज भी जारी है। लगभग 20 साल हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर मानव भारती संस्था में सेवाएं शुरू कीं, जहां बच्चों के बीच काम करने का अवसर मिला। संस्था के सचिव डॉ. हिमांशु शेखर जी ने पर्यावरण तथा अपने आसपास होने वाली घटनाओं को सरल भाषा में कहानियों के माध्यम से प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित किया। बच्चों सहित हर आयु वर्ग के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। स्कूलों एवं संस्थाओं के माध्यम से बच्चों के बीच जाकर उनको कहानियां सुनाने का सिलसिला आज भी जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। रुद्रप्रयाग के खड़पतियाखाल स्थित मानव भारती संस्था की पहल सामुदायिक रेडियो ‘रेडियो केदार’ के लिए काम करने के दौरान पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया। सामुदायिक जुड़ाव के लिए गांवों में जाकर लोगों से संवाद करना, विभिन्न मुद्दों पर उनको जागरूक करना, कुछ अपनी कहना और बहुत सारी बातें उनकी सुनना अच्छा लगता है। ऋषिकेश में महिला कीर्तन मंडलियों के माध्यम के स्वच्छता का संदेश देने की पहल की। छह माह ढालवाला, जिला टिहरी गढ़वाल स्थित रेडियो ऋषिकेश में सेवाएं प्रदान कीं। जब भी समय मिलता है, अपने मित्र मोहित उनियाल व गजेंद्र रमोला के साथ पहाड़ के गांवों की यात्राएं करता हूं। ‘डुगडुगी’ नाम से एक पहल के जरिये, हम पहाड़ के विपरीत परिस्थितियों वाले गांवों की, खासकर महिलाओं के अथक परिश्रम की कहानियां सुनाना चाहते हैं। वर्तमान में, गांवों की आर्थिकी में खेतीबाड़ी और पशुपालन के योगदान को समझना चाहते हैं। बदलते मौसम और जंगली जीवों के हमलों से सूनी पड़ी खेती, संसाधनों के अभाव में खाली होते गांवों की पीड़ा को सामने लाने चाहते हैं। मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए ‘डुगडुगी’ नाम से प्रतिदिन डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे। यह स्कूल फिलहाल संचालित नहीं हो रहा है। इसे फिर से शुरू करेंगे, ऐसी उम्मीद है। बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहता हूं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता: बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी वर्तमान में मानव भारती संस्था, देहरादून में सेवारत संपर्क कर सकते हैं: प्रेमनगर बाजार, डोईवाला जिला- देहरादून, उत्तराखंड-248140 राजेश पांडेय Email: rajeshpandeydw@gmail.com Phone: +91 9760097344

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