
चारधाम यात्रा 2025: 567 डॉक्टर और 800 से अधिक पैरामेडिकल स्टाफ तैनात
Chardham Yatra Health Facilities 2025
देहरादून, 05 मई, 2025ः
चारधाम यात्रा 2025 को सुरक्षित और स्वस्थ बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार ने व्यापक स्वास्थ्य व्यवस्थाएँ की हैं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि यात्रा मार्गों, मुख्य पड़ावों, और चारों धामों पर 49 स्थायी और 20 अस्थाई चिकित्सा इकाइयों में 567 चिकित्सकों की तैनाती की गई है, जिनमें 31 विशेषज्ञ चिकित्सक (फिजिशियन, सर्जन, ऑर्थो सर्जन, निश्चेतक, स्त्री रोग विशेषज्ञ) शामिल हैं। इसके अलावा, 800 से अधिक पैरामेडिकल स्टाफ भी तैनात हैं। भारत सरकार ने 13 विशेषज्ञ चिकित्सकों का पहला दल भेजा है, जो उत्तरकाशी, चमोली, और रुद्रप्रयाग की चिकित्सा इकाइयों में सेवाएँ देंगे। यह दल AIIMS दिल्ली, AIIMS कल्याणी, AIIMS गोरखपुर, और JIPMER पांडिचेरी से आया है। यात्रा के दौरान 57 स्क्रीनिंग कियोस्क (2 हरिद्वार, 2 ट्रांजिट कैंप, 2 विकासनगर, 1 कलिया सौड़ पौड़ी) और 50 डिजिटल टैबलेट स्वास्थ्य निगरानी के लिए लगाए गए हैं।
Chardham Yatra Health Facilities 2025
एयर एम्बुलेंस और जागरूकता: यात्रियों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता
डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य सेवाओं को मज़बूत करने के लिए 47 और विशेषज्ञ चिकित्सक (24 फिजिशियन, 23 अस्थि रोग विशेषज्ञ) और 5 निजी मेडिकल कॉलेजों से विशेषज्ञ तैनात किए जाएँगे। एम्स ऋषिकेश द्वारा एयर एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराई जा रही है, ताकि आपात स्थिति में त्वरित सहायता मिले। स्वास्थ्य विभाग ने होटल, टेंट, लॉज प्रबंधकों, और खच्चर संचालकों को निकटतम चिकित्सा इकाइयों की जानकारी देकर जागरूक किया है। डिजिटल एकीकरण के लिए हाई-लोड स्क्रीनिंग पॉइंट्स पर टैबलेट्स लगाए गए हैं। डॉ. रावत ने केंद्र सरकार का आभार जताया, जिन्होंने उनके दिल्ली दौरे के बाद विशेषज्ञ चिकित्सकों का दल भेजा। उत्तराखंड में तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा और केदारनाथ यात्रा जैसी पहलों से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिल रहा है।
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