
Uttarakhand में एम्स की हेली एंबुलेंस ने एक दिन में बचाई दो गंभीर रोगियों की जान
ऋषिकेश। 19 दिसंबर 2024
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश की ओर से संचालित आपातकालीन एयर एंबुलेंस सेवा दुर्घटनाओं में गंभीर घायलों व अत्यधिक अस्वस्थ सुदूरवर्ती क्षेत्रों के मरीजों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही है।
एंम्स से संचालित हेली एंबुलेंस के नोडल अधिकारी डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि हेली एंबुलेंस ट्रॉमा के मरीजों के साथ साथ लगातार हृदय रोग, सांस रोग, स्ट्रॉक आदि से ग्रसित गंभीर रोगियों व प्रसूताओं के लिए भी तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के मामले में लाभदायक साबित हो रही है।
बीते बुधवार उत्तरकाशी से गंभीर हालत में गर्भवती महिला रोगी को हेली एंबुलेंस के माध्यम से एम्स पहुंचाया गया, जिनको सुरक्षित डिलीवरी के लिए जरूरी संसाधनों के अभाव में स्थानीय अस्पताल से हायर सेंटर एम्स,ऋषिकेश के लिए रेफरल किया गया था। डॉ. कविता खोईवाल व सीनियर नर्सिंग ऑफिसर अखिलेश उनियाल के आब्जर्वेशन में एम्स अस्पताल पहुंची पेशेंट को प्रसूति विभाग के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने सफलतापूर्वक हाई रिस्क सर्जरी करके सकुशल प्रसव कराया गया। जच्चा बच्चा दोनों पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
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इसी तरह बुधवार को ही गौचर से हार्ट अटैक से ग्रसित पेशेंट को चेस्ट पेन की शिकायत पर हेली एंबुलेंस से एम्स पहुंचाया गया। जिनको डॉ. निशांत मिश्रा व नर्सिंग ऑफिसर ताराचंद वर्मा की देखरेख में एम्स अस्पताल लाया गया है। मरीज का इमरजेंसी मेडिसिन विभाग के विशेषज्ञों द्वारा इमरजेंसी रेड एरिया में आपातकालीन चिकित्सा दी गई, इसके बाद पेशेंट को कॉर्डियो आईपीडी में भर्ती किया गया है, जहां हृदय रोग विशेषज्ञों द्वारा मरीज की सफलतापूर्वक हाईरिस्क सर्जरी की गई है। चिकित्सकों के अनुसार अब मरीज पूरी तरह स्वस्थ हैं।
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एम्स की निदेशक प्रो. डॉ. मीनू सिंह का कहना है, एम्स ऋषिकेश से संचालित और राज्य सरकार की ओर जनसुविधा को समर्पित हेली एम्बुलेंस सेवा सदैव उत्तराखंड में आपातकालीन स्थिति में सेवाएं देने के लिए तत्पर रहेगी। गंभीर मरीजों व प्रसूताओं के लिए यह संजीवनी सेवा पूरी तरह से निशुल्क सेवा है। उत्तराखंड राज्य में जनसामान्य को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए एम्स का उत्तराखंड सरकार को पूर्ण सहयोग मिलेगा।