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इस दिन घोषित होंगे सबसे स्वच्छ शहरों के नाम

स्वच्छ सर्वेक्षण में 4477 शहर शामिल हुए, सर्वेक्षण में लगभग 409 मिलियन की आबादी को शामिल किया गया

नई दिल्ली। दुनिया के सबसे बड़े शहरी स्वच्छता सर्वेक्षण का 8वां संस्करण, जिसका सभी को बड़ी उत्सुकता से इंतजार था, आखिरकार उसके नतीजे आ गए हैं, जिनके अंतर्गत एक बार फिर शहरी भारत के सबसे स्वच्छ शहरों के नाम घोषित किए जाएंगे। राष्ट्रपति  द्रौपदी मुर्मू 11 जनवरी 2024 को भारत मंडपम में आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के एक राष्ट्रीय कार्यक्रम में स्वच्छ सर्वेक्षण के विजेताओं को सम्मान प्रदान करेंगी।

इस कार्यक्रम में विभिन्न श्रेणियों के तहत 110 से अधिक पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। अकेले राष्ट्रीय श्रेणी में 20 से अधिक पुरस्कार होंगे। इसके अतिरिक्त, राज्यों को विभिन्न श्रेणियों में उनके प्रदर्शन के लिए भी मान्यता दी जाएगी और पुरस्कृत किया जाएगा।

स्वच्छ सर्वेक्षण ने शहरों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की अनोखी भावना जगाई है, जिससे वो शहरी स्वच्छता बढ़ाने और अपने निवासियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रेरित हुए हैं।

साल 2016 में महज 73 प्रमुख शहरों के मूल्यांकन के साथ शुरू हुए इस स्वच्छ सर्वेक्षण के वर्तमान संस्करण में 4477 शहर शामिल हुए, इतने शहरों तक अपनी पहुंच बनाने के बाद स्वच्छ सर्वेक्षण का महत्व काफी तेजी से बढ़ा है।

इस साल, स्वच्छ शहर पुरस्कारों में विरासत में मिले पुराने डंपसाइटों को खत्म करने, प्लास्टिक के कचरे का प्रबंधन करने, रिड्यूस, रीयूज, रीसाइक्लिंग के सिद्धांतों को लागू करने और सफ़ाईमित्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को प्राथमिकता दी गई है।

सर्वेक्षण का 8वां संस्करण कचरे को मूल्यवान संसाधनों में परिवर्तित करने पर केंद्रित था और इसका मूल्यांकन 3,000 से अधिक मूल्यांकनकर्ताओं की एक टीम ने किया था।

कुल मिलाकर सर्वेक्षण में लगभग 409 मिलियन की आबादी को शामिल किया गया। इस साल मूल्यांकन के दौरान आश्चर्यजनक रूप से 12 करोड़ नागरिकों की प्रतिक्रियाएं प्राप्त हुईं, जो विभिन्न चैनलों के माध्यम से बड़े स्तर पर नागरिकों के जुड़ाव के अभूतपूर्व स्तर को दर्शाती हैं।

साल के सबसे प्रतीक्षित पुरस्कार समारोह के अलावा, 11 जनवरी 2024 को स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कार स्थल भारत मंडपम में अपशिष्ट प्रबंधन में नवीनतम तकनीकों और उपकरणों की एक रोमांचक श्रृंखला प्रदर्शित की जाएगी।

मैकेनिकल स्वीपिंग मशीनें, सीवेज क्लीनिंग रोबोट, कचरा संग्रहण और परिवहन वाहन यहां आने वाले लोगों का ध्यान आकर्षित करेंगे। इतना ही नहीं, प्रदर्शनी में कचरे से बने उत्पाद भी खरीदे जा सकते हैं!

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स्वयं सहायता समूहों द्वारा रंग-बिरंगे स्टॉल लगाए जाएंगे, जो कचरे से बनी अपनी कलाकृतियां बेच सकेंगे। यह आयोजन कागज रहित और शून्य-अपशिष्ट कार्यक्रम अवधारणा पर आधारित होगा।

पुरस्कार समारोह में शहरी विकास मंत्रियों समेत देश के विभिन्न हिस्सों के मेयर, राज्य और शहर प्रशासक, सेक्टर भागीदार, विषय विशेषज्ञ, युवा संगठन, उद्योग प्रतिनिधि, स्वच्छता और अपशिष्ट प्रबंधन क्षेत्र में स्टार्टअप, शैक्षणिक संस्थान, गैर सरकारी संगठन, सीएसओ, सफ़ाई मित्र, स्वयं सहायता समूह आदि शामिल होंगे।

स्वच्छ सर्वेक्षण पुरस्कारों का ध्यान केवल विजेता स्वच्छ शहरों को पुरस्कृत करने पर नहीं है, बल्कि उन शहरों को मान्यता देने पर भी है जिन्होंने स्वच्छता की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है और कचरा मुक्त वातावरण प्राप्त करने के लिए विभिन्न पहलों को लागू किया है।

एक साल की कड़ी मेहनत, स्वस्थ प्रतिस्पर्धा, स्वच्छता के प्रति उत्साह और जुनून के बाद शहर बेसब्री से 11 जनवरी 2024 का इंतजार कर रहे हैं, जिस दिन स्वच्छ सर्वेक्षण के 8वें संस्करण के विजेताओं की घोषणा की जाएगी।

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Rajesh Pandey

उत्तराखंड के देहरादून जिला अंतर्गत डोईवाला नगर पालिका का रहने वाला हूं। 1996 से पत्रकारिता का छात्र हूं। हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश आज भी जारी है। लगभग 20 साल हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। बच्चों सहित हर आयु वर्ग के लिए सौ से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। स्कूलों एवं संस्थाओं के माध्यम से बच्चों के बीच जाकर उनको कहानियां सुनाने का सिलसिला आज भी जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। रुद्रप्रयाग के खड़पतियाखाल स्थित मानव भारती संस्था की पहल सामुदायिक रेडियो ‘रेडियो केदार’ के लिए काम करने के दौरान पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया। सामुदायिक जुड़ाव के लिए गांवों में जाकर लोगों से संवाद करना, विभिन्न मुद्दों पर उनको जागरूक करना, कुछ अपनी कहना और बहुत सारी बातें उनकी सुनना अच्छा लगता है। ऋषिकेश में महिला कीर्तन मंडलियों के माध्यम के स्वच्छता का संदेश देने की पहल की। छह माह ढालवाला, जिला टिहरी गढ़वाल स्थित रेडियो ऋषिकेश में सेवाएं प्रदान कीं। बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहता हूं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता: बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी संपर्क कर सकते हैं: प्रेमनगर बाजार, डोईवाला जिला- देहरादून, उत्तराखंड-248140 राजेश पांडेय Email: rajeshpandeydw@gmail.com Phone: +91 9760097344

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