वो छोटे–छोटे पौधे
वो कुछ छोटे–छोटे पौधे थे
अभी नयी उजड़ी – सीधी काटी गई मिट्टी पर
शायद करोंदा और साल के कुछ नवांकुर भी .
सड़क के लिए काटी गई जमीन तेज बारिश में
बहकर मैदानों में बाढ़ ला रही है
इसलिए ये छोटे- छोटे पौधे –
देहरादून के राष्ट्रीय मार्ग पर
मिट्टी को बचाने का जतन कर रहे हैं …
सीधी खड़ी मिट्टी की ढांग पर
ये धीरे धीरे जड़ें जमा रहे हैं
फिर एक दिन तेजी से बढ़ जाएंगे
खड़े हो जाएंगे –
सड़कों की भ्रष्टाचार की जमीन पर
जहां गड्ढे ही गड्ढे हैं
पुल गायब हैं,ट्रालियाँ हाथ काटती हैं
जो करता है विरोध सड़क ,खनन पुल के करप्शन का
उसको मार डालती हैं सड़कें और
उसके गड्ढे , उसके रपटे और पुल भी
पर छोटे से करोंदे, साल के
वो छोटे छोटे पौधे जो उगे हैं
गलत तरीके से काटी गई सड़क के दोनों ओर
सीधे और चुपचाप बारिश के साथ
भ्रष्टाचार की जमीन को खोदकर
गाड़ रही हैं अपनी जड़ें गहरी ओर गहरी
हरे और ताज़ी पत्तियों के साथ !
- जेपी मैठाणी