मूर्तिकारों में श्री गणेश चतुर्थी का उत्साह
डोईवाला। श्री गणेश चतुर्थी की तैयारियां जोरों पर हैं और मूर्तिकारों में भी खूब उत्साह है। पूरे वर्ष में यहीं अवसर होता है, जब उनकी बनाई मूर्तियां खरीदी जाती हैं।
राजस्थान के पाली जिले के एक परिवार ने डोईवाला में प्रभु श्री गणेश जी और श्री विश्वकर्मा जी की मूर्तियां बनाई हैं। मूर्तियां बनाने वालीं विद्या देवी बताती हैं, यह मिट्टी राजस्थान से ही लेकर आए हैं। हमें एक छोटी मूर्ति बनाने में चार से पांच दिन लग जाते हैं। उनकी बेटियां शोभना और कल्याणी भी मूर्तियों में खूबसूरत रंग भरते हैं। बच्चों को यह हुनर उनसे से ही मिला है। अभी उनके पास लगभग दो सौ से ज्यादा मूर्तियां हैं, पर विश्वास है कि इन सबकी बिक्री हो जाएगी।
विद्या बताती हैं, सबसे बड़ी मूर्ति लगभग 30 हजार रुपये से अधिक की है। मूर्तियां बनाने में बहुत बारीक से बारीक बात का ध्यान रखा जाता है। हथेलियां, अंगुलियां, नाखून तक को बड़ी सावधानी से बनाया जाता है और ध्यान रखा जाता है कि कहां कौन सा रंग भरा जाए। हम पूरी कोशिश करते हैं कि मूर्ति में कोई कमी न रह जाए।
वो बताते हैं, हमें अच्छा लगता है कि हमारी बनाई मूर्तियों की लोग बहुत धूमधाम, श्रद्धाभाव से पूजा अर्चना करते हैं।