
बेस अस्पताल में पहली बार एक साथ 248 स्थाई नर्सिंग अधिकारियों की नियुक्ति
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने नियुक्ति पत्र वितरित किए
श्रीनगर (गढ़वाल)। 05 अप्रैल, 2025
प्रदेश के पहले राजकीय मेडिकल कॉलेज से संबद्ध बेस चिकित्सालय में पहली बार एक साथ 248 स्थाई नर्सिंग अधिकारियों की नियुक्ति हुई। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने नियुक्ति पत्र वितरित किए। नर्सिंग अधिकारियों और उनके परिजनों ने खुशी जताते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री का आभार व्यक्त किया। मेडिकल कॉलेज प्रेक्षागृह में नर्सिंग अधिकारियों ने स्वास्थ्य मंत्री के समर्थन में नारे लगाकर उनका अभिनंदन किया।
नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में स्वास्थ्य मंत्री ने नर्सिंग अधिकारियों से गढ़वाल के मरीजों को बेहतर सेवाएँ देकर कर्तव्य निभाने का आह्वान किया। डॉ. रावत ने बताया कि तीन साल में उनके विभाग ने 16,000 से अधिक युवाओं को नौकरी दी, जबकि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में 23,000 से ज्यादा भर्तियाँ हुईं। आशा, एएनएम, सीएचओ और नर्सिंग अधिकारियों की भर्ती शत-प्रतिशत पूरी हो चुकी हैं। उन्होंने कहा, “1950 के बाद पहली बार इतनी बड़ी भर्तियाँ हुईं।”
स्वास्थ्य मंत्री ने घोषणा की कि मेडिकल कॉलेजों के लिए 150 प्रोफेसर और रीडर की नियुक्ति जल्द होगी। प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना ने नर्सिंग अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि पदनाम में बदलाव और वर्षवार भर्ती स्वास्थ्य मंत्री के प्रयासों का नतीजा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि नर्सिंग अधिकारी मरीजों के उपचार में उत्कृष्ट योगदान देंगे, खासकर आगामी चारधाम यात्रा में। इसके लिए जल्द ही डॉक्टरों के साथ परिचय और एसओपी पर बैठक होगी।
केदारनाथ और बद्रीनाथ में अस्पताल
डॉ. रावत ने बताया कि केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम में अस्पताल स्थापित होंगे। केदारनाथ पैदल मार्ग पर स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात रहेगी। उन्होंने प्रधानमंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री का आभार जताया। गौरीकुंड-केदारनाथ मार्ग पर स्वास्थ्य जाँच केंद्र और धारी देवी मंदिर के पास कलियासौड़ में स्वास्थ्य केंद्र भी शुरू हो चुका है।
कार्डियो ओपीडी जल्द शुरू होगी
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बेस चिकित्सालय में कैथ लैब तैयार है। डॉक्टरों और टेक्नीशियनों की तैनाती के बाद जल्द ही कार्डियो ओपीडी और ऑपरेशन शुरू होंगे, जो श्रीनगर के लिए ऐतिहासिक होगा। उन्होंने टीबी मुक्त श्रीनगर के लिए मेयर और पार्षदों के साथ बैठक की योजना भी साझा की, जिसमें मरीजों को गोद लेने का दायित्व दिया जाएगा। पौड़ी चिकित्सालय में सभी डॉक्टरों की तैनाती हो चुकी है और 5 अतिरिक्त डॉक्टर जल्द नियुक्त होंगे।