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एम्स ऋषिकेश के सेवा वीरों ने पेश की मिसाल

ब्लड कैंसर से जूझ रहे छह साल का बच्चे को दिया पांच यूनिट ब्लड

ऋषिकेश। 10 मार्च, 2025

एम्स में रोगियों की सेवा के लिए तैनात किए ’सेवावीर’ न केवल रोगियों और उनके तीमारदारों के लिए मददगार साबित हो रहे हैं, बल्कि जरूरत पड़ने पर लोगों की जान बचाने के लिए रक्तदान भी कर रहे हैं। सेवावीरों ने छह साल के एक बच्चे को पांच यूनिट ब्लड देकर मानवता की मिसाल पेश की है।

ब्लड कैंसर की समस्या से जूझ रहा यह बच्चा रुद्रपुर (हल्द्वानी) का रहने वाला है। बच्चे की माता ने बताया कि बच्चे को कुछ समय से बुखार के साथ पसीना आने की शिकायत रहती थी। हल्द्वानी के विभिन्न अस्पतालों में जब बीमारी पकड़ में नहीं आयी तो बच्चे को लेकर एम्स ऋषिकेश आए।

एम्स आकर पता चला कि बच्चे को ब्लड कैंसर है और वह शरीर में तीव्र गति से फैल रहा है। बच्चे के शरीर में खून भी बहुत कम था। इलाज की प्रक्रिया शुरू करते हुए चिकित्सकों ने तत्काल 4-5 यूनिट ब्लड की व्यवस्था करने को कहा। महिला के लिए ऋषिकेश शहर नया है और किसी से जान-पहचान न होने के कारण ब्लड की व्यवस्था करना उनके लिए बहुत मुश्किल था।

उन्होंने बताया कि कोई रक्तदाता न मिलने पर एम्स परिसर में बैठी थीं कि एम्स के एक सेवावीर ने उनकी परेशानी पूछी और टीम के अन्य सदस्यों से उनकी परेशानी साझा की। बच्चे के इलाज के लिए रक्त की आवश्यकता को देखते हुए सेवावीरों ने रक्तदान कर 5 यूनिट ब्लड की व्यवस्था की और महिला को यह भी भरोसा दिलाया कि आवश्यकता पड़ने पर उनकी टीम के अन्य सदस्य भी बच्चे के लिए रक्तदान करेंगे।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले पिछले वर्ष भी संस्थान के सेवावीरों ने नैनीताल निवासी तीन वर्षीय बच्चे को आठ यूनिट ब्लड डोनेट किया था। रोगियों के लिए संकटमोचक बन रहे इन सेवावीरों का महिला और उनके परिजनों ने आभार व्यक्त किया।

एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह और चिकित्सा अधीक्षक प्रो. सत्या श्री ने रोगियों के हितार्थ सेवावीरों के विभिन्न कार्यों की प्रशंसा की और कहा कि ड्यूटी कार्यों से इतर सेवावीरों द्वारा किया गया यह कार्य निःसंदेह सराहनीय है।

कौन हैं एम्स के सेवावीर 
एम्स, ऋषिकेश आने वाले मरीजों को आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने और असहाय मरीजों, दिव्यांगजनों तथा वृद्धजनों की सेवा के लिए एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डाॅ.) मीनू सिंह की पहल पर सेवावीर दल का गठन किया गया है। सेवावीरों की टीमें दो अलग-अलग स्थानों पर बनाई गई हेल्प डेस्क के माध्यम से रोगियों की सहायता करने के लिए 24 घंटे उपलब्ध रहती हैं। वर्तमान में ट्राॅमा सेंटर के निकट तथा एम्स की हॉस्पिटल बिल्डिंग में न्यूरो ओपीडी के निकट भू-तल पर सेवावीर हेल्प डेस्क बनाई गई है।

Rajesh Pandey

मैं राजेश पांडेय, उत्तराखंड के डोईवाला, देहरादून का निवासी और 1996 से पत्रकारिता का हिस्सा। अमर उजाला, दैनिक जागरण और हिन्दुस्तान जैसे प्रमुख हिन्दी समाचार पत्रों में 20 वर्षों तक रिपोर्टिंग और एडिटिंग का अनुभव। बच्चों और हर आयु वर्ग के लिए 100 से अधिक कहानियां और कविताएं लिखीं। स्कूलों और संस्थाओं में बच्चों को कहानियां सुनाना और उनसे संवाद करना मेरा जुनून। रुद्रप्रयाग के ‘रेडियो केदार’ के साथ पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाईं और सामुदायिक जागरूकता के लिए काम किया। रेडियो ऋषिकेश के शुरुआती दौर में लगभग छह माह सेवाएं दीं। ऋषिकेश में महिला कीर्तन मंडलियों के माध्यम से स्वच्छता का संदेश दिया। बाकी जिंदगी को जी खोलकर जीना चाहता हूं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता: बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक, एलएलबी संपर्क: प्रेमनगर बाजार, डोईवाला, देहरादून, उत्तराखंड-248140 ईमेल: rajeshpandeydw@gmail.com फोन: +91 9760097344

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