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कैंसर से बचाता है अंजीर

अंजीर एक बेहद स्वास्थवर्धक फल है। सूखने के बाद यह सूखे मेवे के रूप में प्रयोग होता है यह खून को बढ़ाने के साथ ही शरीफ को निरोगी भी बनाता है। अंजीर पेट ठीक रखने के साथ ही कैंसर को भी ठीक करना है। अंजीर लीवर की रक्षा कर उसके काम को ठीक करने में मदद करता है लेकिन अंजीर के बारे में अधिक अध्ययन करने पर पता चला है कि अंजीर कैंसर के मरीजों के लिए काफी लाभदायक है। या यूं कहें कि कुछ विशेष कैंसर के इलाज में सहायक होता है। एन्टीऑक्सिडेंट गुण से भरपूर अंजीर फ्री-रैडिकल्स से होने वाले नुकसान से डी.एन.ए. की रक्षा करता है जिससे कैंसर होने की संभावना कुछ हद तक कम हो जाती है।
अंजीर में मौजूद हैं कई तत्व
अंजीर में प्रचूर मात्रा में फाइबर पाए जाते हैं। इसे फ्रेश भी खा सकते हैं और सुखाकर भी। फर्क केवल इतना होता है कि फ्रेश अंजीर में फाइबर की मात्रा अधिक होती है और सूखे हुए अंजीर में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो बीमारियों से रक्षा करते हैं।
इसके अलावा अंजीर में मौजूद पोटैशियम, ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। सूखे अंजीर में फेनोल, ओमेगा 3, ओमेगा 6 होता है जो कोरोनरी हार्ट डिजीज और कैंसर के खतरे को कम करता है।
कैल्शियम तो अधिकतर सभी फलों में पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है लेकिन अंजीर में मैग्नेशियम और केटू विटामिन, दोनों पाया जाता है। इस कारण ये शरीर के सभी भागों के अस्थि-पंजर को मजबूत बनाता है।
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।
कैंसर के इलाज में सहायक
हाल ही के रिसर्च में यह बात साबित हुई है कि अंजीर खाने से ब्रेन कैंसर का खतरा 75 फीसदी तक कम हो जाता है। कैंसर कोशिकाओं के अनियंत्रित तरीके से बढ़ने का परिणाम है और अंजीर यही काम करता है। अंजीर ब्रेन में कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है जिससे ब्रेन कैंसर का खतरा टलता है। इसी तरह लीवर कैंसर में लीवर की कोशिकाओं की वृद्धि को अंजीर रोकता है । अंजीर को आप कितना भी खा सकते हैं इसका कोई नुकसानदायक असर शरीर में नहीं पड़ता। अंजीर कैंसर की कोशिकाओं की वृद्धि को पूरी तरह रोक देता है और यह इलाज अन्य दूसरे इलाजों की तुलना में काफी सुरक्षित और सस्ता है।

Rajesh Pandey

मैं राजेश पांडेय, उत्तराखंड के डोईवाला, देहरादून का निवासी और 1996 से पत्रकारिता का हिस्सा। अमर उजाला, दैनिक जागरण और हिन्दुस्तान जैसे प्रमुख हिन्दी समाचार पत्रों में 20 वर्षों तक रिपोर्टिंग और एडिटिंग का अनुभव। बच्चों और हर आयु वर्ग के लिए 100 से अधिक कहानियां और कविताएं लिखीं। स्कूलों और संस्थाओं में बच्चों को कहानियां सुनाना और उनसे संवाद करना मेरा जुनून। रुद्रप्रयाग के ‘रेडियो केदार’ के साथ पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाईं और सामुदायिक जागरूकता के लिए काम किया। रेडियो ऋषिकेश के शुरुआती दौर में लगभग छह माह सेवाएं दीं। ऋषिकेश में महिला कीर्तन मंडलियों के माध्यम से स्वच्छता का संदेश दिया। बाकी जिंदगी को जी खोलकर जीना चाहता हूं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता: बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक, एलएलबी संपर्क: प्रेमनगर बाजार, डोईवाला, देहरादून, उत्तराखंड-248140 ईमेल: rajeshpandeydw@gmail.com फोन: +91 9760097344

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