Inspirational story
-
छोटी सी कहानी और बड़ी सीखः स्वयं को बदलो
किसी जमाने में एक राजा था, जो प्रजा के हित के लिए कार्य करता था। एक दिन उसने अपने दरबारियों…
Read More » -
समय को पकड़ो
कल कर लेंगे, अभी तो समय है। ऐसा अक्सर हम लोग अपने किसी भी कामकाज को लेकर करते हैं। धीरे-धीरे…
Read More » -
तक धिनाधिनः कहां से आए अक्षर, इनको किसने बनाया
अनुशासन और जिज्ञासा शिक्षा प्राप्त करने की प्रमुख आवश्यकता हैं। आगामी नवंबर माह में श्री दर्शन संस्कृत महाविद्यालय अपनी शताब्दी…
Read More » -
खोपड़ी की सलाह
अफ्रीका के किसी कबीले का शिकारी शिकार करते हुए एक विशाल पेड़ पर चढ़ गया। उसने देखा कि पेड़ की…
Read More » -
तकधिना धिनः सपने हैं, हौसला है और ऊंची उड़ान के लिए पंख भी…
लक्खीबाग इलाके की तंग गलियों में रहने वाली दस साल की कंचन आईपीएस बनना चाहती है। उसकी कल्पना, उसके सपने…
Read More » -
तक धिनाधिनः हम तो छू लेंगे आसमां
रविवार का मुझे बड़ी बेसब्री से इंतजार रहता है। सप्ताह में एक छुट्टी तो सबको चाहिए, मुझे भी। रविवार का…
Read More » -
तक धिनाधिनः इस स्कूल की दीवारें भी पढ़ाती हैं
मानवभारती की प्रस्तुति तक धिनाधिन का चौथा संस्करण 9 दिसंबर, 2018 को माजरी ग्रांट के राजकीय प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय…
Read More » -
तक धिनाधिन में कहानियों संग पर्यावरण पर बातें
मानवभारती की प्रस्तुति तक धिनाधिन का सफर आगे बढ़ रहा है। एक बार फिर हम नियो विजन के बच्चों के साथ कहानियों…
Read More » -
मारा गया मूर्ख चूहा
एक बिल्ला, जिसने युवावस्था में बहुत सारे चूहों को पकड़ कर खाया था, अब बूढ़ा हो चुका है। उसमें पहले…
Read More » -
मेहनत कीजिए पर इन्हें मत भूलिए
एक समय की बात है। एक लकड़हारा को बहुत अच्छे वेतन और सेवा शर्तों पर नौकरी मिल गई। वह अपना…
Read More » -
समझदार बकरी
दो बकरियां थीं। वो एक पुल के पास रहती थीं। पुल बहुत संकरा था। पुल से एक समय में एक…
Read More » -
पछताना पड़ा नकलची कौए को
बहुत पुरानी बात है। पहाड़ पर एक बाज रहता था। वहीं पहाड़ की तलहटी पर एक बरगद का पेड़ था,…
Read More »