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पिथौरागढ़ में सीएम धामी ने फहराया सौ फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज

पिथौरागढ़। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिथौरागढ़ में ‘आज़ादी के अमृत महोत्सव’ के तहत वरदायिनी मंदिर परिसर में 100 फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज फहराया।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारा राष्ट्रीय ध्वज हर प्रदेशवासी की आन, बान और शान है। यहां लहराता तिरंगा आम जनमानस की देशभक्ति को और मजबूत करेगा।

मुख्यमंत्री धामी पिथौरागढ़ दौरे पर हैं। यहां मार्निंग वॉक के दौरान उन्होंने बच्चों से मुलाकात की। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट पर प्रातः कालीन भ्रमण के दौरान बच्चों श्रुति और अक्षत से मिलने का जिक्र करते हुए उनके साथ फोटो साझा किए हैं।

सीएम लिखते हैं, मॉर्निंग वॉक से होने वाले लाभ के बारे में बच्चों की जागरूकता देखकर मन प्रसन्न हो गया। उनकी इस पोस्ट पर एक यूजर कमेंट करते हैं- आपकी शालीनता ही आपके व्यक्तित्व को महान बनाती है। उत्तराखंड ‌के दूसरे नेताओं से आपका व्यक्तित्व बहुत ही अलग है।

वो लिखते हैं, उत्तराखंड ‌के ज्यादातर नेता घमंडी हैं, सफलताएं और पद कभी भी अपने व्यक्तित्व पर हावी नहीं होना चाहिए। परन्तु आप सबसे अलग हैं ,आपमें लम्बे समय तक मुख्यमंत्री के तौर पर सेवा करने की क्षमता है। आप युवा होने के कारण उत्तराखंड ‌के लोगों की पहली पसंद हैं, जनता का आशीर्वाद आप पर हमेशा बना रहे।

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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