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प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं तो इन पुराने प्रश्न पत्रों को भी देख सकते हैं

देहरादून। अगर आप उत्तराखंड में विभिन्न पदों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियां कर रहे हैं तो उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UTTARAKHAND SUBORDINATE SERVICE SELECTION COMMISSION) द्वारा पूर्व में कराई गईं परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों का भी अध्ययन कर सकते हैं।

आयोग ने अपनी वेबसाइट पर इन पुराने प्रश्नपत्रों को उपलब्ध कराया है।

पुराने प्रश्नपत्रों को डाउनलोड करने के लिए आयोग की वेबसाइट के इस लिंक पर क्लिक करें- आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध पुराने प्रश्नपत्र

डाटा एंट्री ऑपरेटर ,टैक्स कलेक्टर, पेशकार, लेखपाल , रिकॉर्ड कीपर , अमीन , टेलीफोन ऑपेरटर, रक्षक (सचिवालय सुरक्षा ), सहायक अध्यापक विषय कला, सहायक अध्यापक विषय सामान्य, सहायक अध्यापक विषय हिंदी, सहायक अध्यापक विषय गृह विज्ञान, सहायक अध्यापक विषय गणित,सहायक अध्यापक विषय शारीरिक शिक्षा, सहायक अध्यापक विषय उर्दू,सहायक अध्यापक विषय विज्ञान,उपनिरीक्षक (नागरिक पुलिस /अभिसूचना) व प्लाटून कमांडर,मुख्य आरक्षी (नागरिक पुलिस/अभिसूचना, सशस्त्र पुलिस व पीएसी),वन आरक्षी, अवर अभियंता (विद्युत एवं यांत्रिकी) प्रशिक्षु, प्रवर्तन सिपाही व आबकारी सिपाही, पशुधन प्रसार अधिकारी आदि पदों के लिए पूर्व में आयोजित परीक्षाओं के प्रश्नपत्र उपलब्ध हैं।

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Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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