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World Hepatitis Day 2024: हमें जीवित रखने के लिए लिवर रोजाना 500 से अधिक महत्वपूर्ण काम करता है

हेपेटाइटिस लिवर की सूजन है, वायरल हेपेटाइटिस की जांच, उपचार और रोकथाम बहुत महत्वपूर्ण है

न्यूज लाइव डेस्क

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, “हमें जीवित रखने के लिए लिवर प्रतिदिन 500 से अधिक महत्वपूर्ण कार्य करता है, इसीलिए वायरल हेपेटाइटिस की जांच, उपचार और रोकथाम बहुत महत्वपूर्ण है। हेपेटाइटिस लिवर की सूजन है। यह आमतौर पर वायरल संक्रमण या गैर-संक्रामक एजेंट्स (जैसे ड्रग्स, विषाक्त पदार्थ, शराब) के कारण होता है।”

A liver performs over 500 vital functions every single day to keep us alive, that’s why testing, treating and preventing viral hepatitis is so important. Hepatitis is an inflammation of the liver. It’s usually caused by a viral infection or non-infectious agents (such as drugs, toxins, alcohol).

28 जुलाई को मनाया जाने वाला विश्व हेपेटाइटिस दिवस, वायरल हेपेटाइटिस के बारे में जागरूकता बढ़ाता है, जो यकृत की सूजन है, जो गंभीर यकृत रोग और कैंसर का कारण बन सकती है।

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इस वर्ष का विषय है: यह कार्रवाई का समय है

हेपेटाइटिस से संबंधित बीमारी से हर 30 सेकंड में एक व्यक्ति की मौत हो रही है, इसलिए हमें जीवन बचाने और स्वास्थ्य परिणामों में सुधार के लिए बेहतर रोकथाम, निदान और उपचार पर कार्रवाई में तेजी लानी चाहिए।

हेपेटाइटिस वायरस के 5 मुख्य प्रकार हैं – ए, बी, सी, डी और ई।

हेपेटाइटिस बी और सी मिलकर सबसे आम संक्रमण हैं और इनके परिणामस्वरूप प्रति वर्ष 1.3 मिलियन मौतें और 2.2 मिलियन नये संक्रमण होते हैं।

2022 में 304 मिलियन लोग क्रोनिक हेपेटाइटिस बी और सी से पीड़ित रहे।

2022 में केवल 45% शिशुओं को जन्म के 24 घंटे के भीतर हेपेटाइटिस बी का टीका लगाया गया।

2022 में क्रोनिक हेपेटाइटिस बी और सी से 1.3 मिलियन लोगों की मौत हुई।

अधिकांश लक्षण रोग के गंभीर हो जाने पर ही प्रकट होते हैं, अधिकांश लोगों को हेपेटाइटिस बी या सी का पता तभी चलता है जब उनमें गंभीर यकृत रोग या कैंसर विकसित हो जाता है।

अधिक जानकारी के लिएः https://www.who.int/campaigns/world-hepatitis-day/2024

Rajesh Pandey

उत्तराखंड के देहरादून जिला अंतर्गत डोईवाला नगर पालिका का रहने वाला हूं। 1996 से पत्रकारिता का छात्र हूं। हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश आज भी जारी है। लगभग 20 साल हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर मानव भारती संस्था में सेवाएं शुरू कीं, जहां बच्चों के बीच काम करने का अवसर मिला। संस्था के सचिव डॉ. हिमांशु शेखर जी ने पर्यावरण तथा अपने आसपास होने वाली घटनाओं को सरल भाषा में कहानियों के माध्यम से प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित किया। बच्चों सहित हर आयु वर्ग के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। स्कूलों एवं संस्थाओं के माध्यम से बच्चों के बीच जाकर उनको कहानियां सुनाने का सिलसिला आज भी जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। रुद्रप्रयाग के खड़पतियाखाल स्थित मानव भारती संस्था की पहल सामुदायिक रेडियो ‘रेडियो केदार’ के लिए काम करने के दौरान पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया। सामुदायिक जुड़ाव के लिए गांवों में जाकर लोगों से संवाद करना, विभिन्न मुद्दों पर उनको जागरूक करना, कुछ अपनी कहना और बहुत सारी बातें उनकी सुनना अच्छा लगता है। ऋषिकेश में महिला कीर्तन मंडलियों के माध्यम के स्वच्छता का संदेश देने की पहल की। छह माह ढालवाला, जिला टिहरी गढ़वाल स्थित रेडियो ऋषिकेश में सेवाएं प्रदान कीं। जब भी समय मिलता है, अपने मित्र मोहित उनियाल व गजेंद्र रमोला के साथ पहाड़ के गांवों की यात्राएं करता हूं। ‘डुगडुगी’ नाम से एक पहल के जरिये, हम पहाड़ के विपरीत परिस्थितियों वाले गांवों की, खासकर महिलाओं के अथक परिश्रम की कहानियां सुनाना चाहते हैं। वर्तमान में, गांवों की आर्थिकी में खेतीबाड़ी और पशुपालन के योगदान को समझना चाहते हैं। बदलते मौसम और जंगली जीवों के हमलों से सूनी पड़ी खेती, संसाधनों के अभाव में खाली होते गांवों की पीड़ा को सामने लाने चाहते हैं। मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए ‘डुगडुगी’ नाम से प्रतिदिन डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे। यह स्कूल फिलहाल संचालित नहीं हो रहा है। इसे फिर से शुरू करेंगे, ऐसी उम्मीद है। बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहता हूं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता: बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी वर्तमान में मानव भारती संस्था, देहरादून में सेवारत संपर्क कर सकते हैं: प्रेमनगर बाजार, डोईवाला जिला- देहरादून, उत्तराखंड-248140 राजेश पांडेय Email: rajeshpandeydw@gmail.com Phone: +91 9760097344

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