
चारधाम यात्राः उत्तराखंड में ‘आज से थोड़ा कम’ अभियान शुरू
चारधाम यात्रा मार्ग पर स्वच्छ और स्वस्थ भोजन सुनिश्चित करने की पहल
- तीर्थयात्रियों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना प्राथमिकता
- खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग, उत्तराखंड का स्वास्थ्यवर्धक कदम
देहरादून। 30 मार्च, 2025
उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा मार्ग पर तीर्थयात्रियों को स्वास्थ्यवर्धक भोजन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ‘आज से थोड़ा कम’ अभियान शुरू किया है।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, उत्तराखंड के आयुक्त एवं स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत के निर्देशों पर अभियान ग्राउंड जीरो पर शुरू कर दिया गया है।
क्या है उद्देश्य और अभियान की योजना
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार के अनुसार,
इस पहल का मुख्य उद्देश्य भोजन में अतिरिक्त नमक, चीनी और वसा की मात्रा को नियंत्रित करना है, जिससे हृदय रोग, मधुमेह और हाई ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियों से बचाव किया जा सके।
रेस्तरां एवं भोजनालयों को प्रोत्साहित किया जा रहा है कि वो शेफ और खाद्य विशेषज्ञों के सहयोग से स्वास्थ्यवर्धक व्यंजन तैयार करें और पोषण संतुलन का ध्यान रखें।
इस अभियान के तहत फ्लेक्स बैनर, पोस्टर एवं डिजिटल माध्यमों के जरिए जागरूकता बढ़ाई जा रही है।
री-पर्पज यूज़्ड कुकिंग ऑयल (RUCO) की रणनीति
स्वास्थ्य सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने ‘री-पर्पज यूज़्ड कुकिंग ऑयल (RUCO)’ पहल शुरू की है।
- बार-बार इस्तेमाल किए गए तेल के दुष्प्रभावों को कम करने और उसे दोबारा खाद्य श्रृंखला में आने से रोकने के लिए सख्त निगरानी की जा रही है।
- प्रयुक्त तेल को एग्रीगेटर नेटवर्क के माध्यम से एकत्रित कर बायोडीजल, साबुन और अन्य गैर-खाद्य उत्पादों में पुनर्चक्रित किया जाएगा।
- इससे हृदय रोग, हाईपरटेंशन और लिवर संबंधी बीमारियों से बचाव होगा और पर्यावरण को भी सुरक्षित रखा जा सकेगा।
क्या है ट्रिपल ई रणनीति
खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने ‘ट्रिपल ई रणनीति’ (Educate, Enforce, Establish) लागू की है।
Educate: खाद्य व्यवसायियों एवं नागरिकों को प्रयुक्त तेल के दुष्प्रभावों के बारे में शिक्षित करना।
Enforce: खाद्य सुरक्षा मानकों के अनुपालन को सख्ती से लागू कराना।
Establish: प्रयुक्त तेल के संग्रहण एवं निस्तारण के लिए एक सुदृढ़ प्रणाली स्थापित करना।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि “चारधाम यात्रा पर श्रद्धालुओं को सुरक्षित और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। ‘आज से थोड़ा कम’ और ‘RUCO’ जैसी पहल से न केवल स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी मदद मिलेगी।”
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन अपर आयुक्त ताजबर सिंह जग्गी ने कहा, “हमारी पूरी टीम यात्रा मार्ग पर खाद्य सुरक्षा मानकों को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए तत्पर है। किसी भी प्रकार की खाद्य असुरक्षा या मिलावट को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी खाद्य व्यवसायियों को तय मानकों के अनुसार कार्य करना होगा, अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
क्या होता है “री-पर्पज यूज़्ड कुकिंग ऑयल”
खाना पकाने के बाद बचे हुए तेल का दोबारा इस्तेमाल करना। यह तेल अक्सर तलने के बाद बच जाता है और इसे फेंकने के बजाय, कुछ लोग इसे फिर से इस्तेमाल करते हैं। पर ऐसा करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।
स्वास्थ्य के लिए हानिकारक:
- जब तेल को बार-बार गर्म किया जाता है, तो यह टूट जाता है और हानिकारक रसायन पैदा करता है।
- ये रसायन हृदय रोग, लिवर रोग, हाई बीपी और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
- इसीलिए डॉक्टर्स और हेल्थ एक्सपर्ट्स दोबारा इस्तेमाल हुए तेल को खाने के लिए मना करते हैं।
अन्य उपयोग:
- खाना पकाने के लिए इस तेल का दोबारा इस्तेमाल करना सुरक्षित नहीं है, लेकिन इसके अन्य उपयोग भी हैं।
- इसे बायोडीजल बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
- इसे साबुन बनाने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
- कुछ लोग इसका उपयोग मशीनों को चिकना करने के लिए भी करते हैं।