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क्यों चर्चा में है न्यूजीलैंड का माओरी नृत्य फॉर्म ‘हका’

न्यूजलाइव डेस्क

न्यूजीलैंड की सबसे कम आयु की महिला सांसद हना रहिती माइपी क्लार्क (Hana Rawhiti Maipi Clarke) ने वहां की संसद में जोरदार भाषण दिया। भाषण के दौरान उन्होंने युद्धगीत प्रस्तुत किया, जिकी दुनिया तारीफ कर रही है।

लगभग दो माह पुराने इस वीडियो में हना रहिती संसद में माओरी संस्कृति का डांस ‘हका’ परफॉर्म करते हुए अपने मुद्दे उठाती हैं। हका को पूरी ताकत और भाव-भंगिमाओं के साथ प्रस्तुत किया जाता है।

हका (Haka) एक पारंपरिक माओरी नृत्य फॉर्म है, जो न्यूज़ीलैंड से है। यह एक शक्तिशाली और अभिव्यक्तिपूर्ण प्रदर्शन है, जिसमें लयबद्ध गतिविधियों, पैरों की थपकें, भावनात्मक अभिव्यक्तियाँ शामिल होती हैं।

ऐतिहासिक रूप से, हका को माओरी योद्धाओं ने युद्ध से पहले प्रदर्शित किया था, जो विरोधियों को डराने का एक तरीका था और खुद को संघर्ष के लिए मानसिक रूप से तैयार करने का एक तरीका था।

आज, हका को विभिन्न समारोहों में भी प्रदर्शित किया जाता है, जैसे विवाह, अंतिम संस्कार, और खेल आयोजनों में, जहां यह अल्ल ब्लैक्स रग्बी टीम के पूर्व-मैच रिटुअल के माध्यम से व्यापक रूप से जाना जाता है।

एक प्रसिद्ध प्रकार का हका “का माते” ( Ka Mate) है, जिसे टी रौपरहा (Te Rauparaha) एक माओरी नेता, ने 19वीं सदी की शुरुआत में बनाया था। हालांकि, हका के कई विभिन्न रूप हैं, जो हर एक की अपनी अनूठी गतिविधियाँ और अर्थ होते हैं, माओरी संस्कृति और इतिहास के विभिन्न पहलुओं को प्रकट करते हैं।

न्यूजीलैंड की सांसद हना रहिती माइपी-क्लार्क (Hana Rawhiti Maipi Clarke) ने अपने मतदाताओं को समर्पित करते हुए संसद में जोरदार भाषण दिया, जिसके माध्यम से उन्होंने ‘स्वास्थ्य, पर्यावरण, पानी, जमीन, प्राकृतिक संसाधन, भाषा को ध्यान दिलाते हुए कहा, इस देश में रहने का मेरा और आपका अधिकार है।

हना-राविती माईपी-क्लार्क न्यूजीलैंड के इतिहास में 170 बाद सबसे कम उम्र की सांसद हैं। उन्होंने महिला सांसद नानिया महुता को हराया था। नानिया महुता देश में सबसे अधिक समय तक सांसद रहीं।

माओरी समुदाय से आने वालीं माइपी क्लार्क ने सांसद बनने से पहले भी न्यूजीलैंड के मूल समुदायों के अधिकारों के लिए आवाज उठाई।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, युवा सांसद ने कहा, वो खुद को राजनेता के रूप में नहीं, बल्कि माओरी भाषा के संरक्षक के रूप में देखती हैं। माईपी-क्लार्क का मानना ​​है कि माओरी की नई पीढ़ी की इस आवाज को सुनने की जरूरत है। संसद में भाषण समाप्त होने के बाद सांसदों ने रहिती की सराहना की।

उनके भाषण का एक वीडियो वायरल हो रहा है, हालांकि यह भाषण लगभग दो महीने पहले उन्होंने न्यूजीलैंड की संसद में दिया था, जो अब वायरल हो रहा है। संसद में उनका यह पहला भाषण था।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस वीडियो में हना अपने मतदाताओं से वादा करते हुए कहती हैं, मैं आपकी भलाई के लिए मर भी सकती हूं, लेकिन फिलहाल जिंदा रहना चाहती हूं और आपकी जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए काम कर रही हूं। कई बार भावुक होकर भाषण में वो कहती हैं, ‘संसद में आने से पहले मुझे कुछ सलाह दी गई थी कि मैं किसी भी बात को व्यक्तिगत रूप से न लूं… ठीक है, मैं इस सदन में कही गई हर बात को व्यक्तिगत रूप से लेने के अलावा कुछ नहीं कर सकती।’

माइपी-क्लार्क ने कहा, ‘स्वास्थ्य, पर्यावरण, पानी, जमीन, प्राकृतिक संसाधन, माओरी वार्ड, भाषा के तहत इस देश में रहने का मेरा और आपका अधिकार है। – साभार- मीडिया रिपोर्ट्स

Rajesh Pandey

उत्तराखंड के देहरादून जिला अंतर्गत डोईवाला नगर पालिका का रहने वाला हूं। 1996 से पत्रकारिता का छात्र हूं। हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश आज भी जारी है। लगभग 20 साल हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। बच्चों सहित हर आयु वर्ग के लिए सौ से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। स्कूलों एवं संस्थाओं के माध्यम से बच्चों के बीच जाकर उनको कहानियां सुनाने का सिलसिला आज भी जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। रुद्रप्रयाग के खड़पतियाखाल स्थित मानव भारती संस्था की पहल सामुदायिक रेडियो ‘रेडियो केदार’ के लिए काम करने के दौरान पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया। सामुदायिक जुड़ाव के लिए गांवों में जाकर लोगों से संवाद करना, विभिन्न मुद्दों पर उनको जागरूक करना, कुछ अपनी कहना और बहुत सारी बातें उनकी सुनना अच्छा लगता है। ऋषिकेश में महिला कीर्तन मंडलियों के माध्यम के स्वच्छता का संदेश देने की पहल की। छह माह ढालवाला, जिला टिहरी गढ़वाल स्थित रेडियो ऋषिकेश में सेवाएं प्रदान कीं। बाकी जिंदगी को जी खोलकर जीना चाहता हूं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता: बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी संपर्क कर सकते हैं: प्रेमनगर बाजार, डोईवाला जिला- देहरादून, उत्तराखंड-248140 राजेश पांडेय Email: rajeshpandeydw@gmail.com Phone: +91 9760097344

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