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World No Tobacco Day 2024: “बच्चों को तम्बाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बचाना” है इस बार की थीम

तम्बाकू का सेवन न केवल मुंह के कैंसर का कारण बनता है, बल्कि यह फेफड़ों में भी कैंसर पैदा करता है: AIIMS

ऋषिकेश। न्यूज लाइव

तंबाकू पर नियंत्रण के उद्देश्य से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम में संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर डॉ. मीनू सिंह ने कहा कि तम्बाकू का सेवन न केवल मुंह के कैंसर का कारण बनता है, बल्कि यह फेफड़ों में भी कैंसर पैदा करता है। इस पर रोक लगाने के लिए समाज के प्रत्येक वर्ग को अपनी भूमिका निभानी होगी।

विश्व तंबाकू निषेध दिवस 31 मई को मनाया जाता है। पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम में प्रो. मीनू सिंह ने बताया कि इस वर्ष की थीम “बच्चों को तम्बाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बचाना” है। कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने तंबाकू को कैंसर का प्रमुख कारण बताया और जन-जागरूकता के माध्यम से इसके उन्मूलन की बात कही।

स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो रहे तंबाकू पर नियंत्रण के उद्देश्य से एम्स ऋषिकेश विशेष कार्यक्रम संचालित कर रहा है, जिसके तहत तंबाकू उन्मूलन और इसके खतरों के प्रति आम लोगों को आगाह कर उन्हें जागरूक किया जा रहा है। कार्यक्रम को प्रभारी डीन एकेडमिक प्रो. शैलेन्द्र हांडू और चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल ने भी संबोधित किया।

इस अवसर पर राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम, उत्तराखंड के नोडल अधिकारी डॉ. आदित्य सिंह ने एमपीएच और एमडी कम्युनिटी मेडिसिन के छात्रों के साथ चर्चा करते तंबाकू के दुष्प्रभावों पर प्रकाश डाला और आह्वान किया कि युवा वर्ग खासतौर से स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को तंबाकू उद्योग की रणनीति और इससे होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है। ताकि आने वाली पीढ़ियों का भविष्य बचाया जा सके।

इस अवसर पर निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने उपस्थित सदस्यों को तंबाकू त्यागने के लिए संकल्पित होने के लिए शपथ भी दिलाई।

गौरतलब है कि तंबाकू नियंत्रण कानून (सीओटीपीए) के अनुपालन का आकलन करने और उत्तराखंड में युवाओं और वयस्कों के बीच तंबाकू के उपयोग की व्यापकता का अनुमान लगाने के लिए एम्स ऋषिकेश एक विशेष परियोजना का नेतृत्व कर रहा है। परियोजना के तहत संस्थान ने राज्यभर के स्कूलों में (तंबाकू मुक्त शिक्षण संस्थान) सर्वेक्षण आयोजित करने के लिए एक प्रस्ताव भेजा है।

कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि कम्युनिटी एण्ड फेमिली मेडिसिन विभाग के फैकल्टी डॉ. प्रदीप अग्रवाल, डॉ. विशाल धीमान, डॉ. महेंद्र सिंह और डॉ. योगेश ए. बहुरूपी ने तंबाकू नियंत्रण पर बुनियादी पाठ्यक्रम एवं बेसिक कोर्स ऑन तंबाकू कंट्रोल (बीसीटीसी) सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। यह भी बताया गया कि अनुसंधान में योगदान देते हुए एमपीएच छात्र डॉ. पुष्पेंद्र कौशिक ने उत्तराखंड में तंबाकू समाप्ति विषय पर एक शोध प्रबंध लिखा है। विभाग के ही जूनियर रेजिडेंट डॉ. जोएन मैथ्यू तंबाकू मुक्त गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम के दौरान उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नरेन्द्र कुमार, मुख्य नर्सिंग अधिकारी रीटा शर्मा, सीएफएम विभाग के एस.आर, जे.आर. व नर्सिंग स्टाफ सहित बालाजी सेवा संस्थान के अवधेश कुमार, ममता थापा सहित अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे।

Rajesh Pandey

मैं राजेश पांडेय, उत्तराखंड के डोईवाला, देहरादून का निवासी और 1996 से पत्रकारिता का हिस्सा। अमर उजाला, दैनिक जागरण और हिन्दुस्तान जैसे प्रमुख हिन्दी समाचार पत्रों में 20 वर्षों तक रिपोर्टिंग और एडिटिंग का अनुभव। बच्चों और हर आयु वर्ग के लिए 100 से अधिक कहानियां और कविताएं लिखीं। स्कूलों और संस्थाओं में बच्चों को कहानियां सुनाना और उनसे संवाद करना मेरा जुनून। रुद्रप्रयाग के ‘रेडियो केदार’ के साथ पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाईं और सामुदायिक जागरूकता के लिए काम किया। रेडियो ऋषिकेश के शुरुआती दौर में लगभग छह माह सेवाएं दीं। ऋषिकेश में महिला कीर्तन मंडलियों के माध्यम से स्वच्छता का संदेश दिया। बाकी जिंदगी को जी खोलकर जीना चाहता हूं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता: बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक, एलएलबी संपर्क: प्रेमनगर बाजार, डोईवाला, देहरादून, उत्तराखंड-248140 ईमेल: rajeshpandeydw@gmail.com फोन: +91 9760097344

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