Short story- Moral Values

वास्तविक बनो…

एक कंपनी के मैनेजर को नाइट वॉचमैन की जरूरत थी। उसने न्यूज पेपर में विज्ञापन प्रकाशित कराया। निर्धारित तिथि पर इंटरव्यू के लिए काफी लोग पहुंचे। कंपनी के मैनेजर ने एक-एक करके सभी का इंटरव्यू लिया, लेकिन को भी उसको पसंद नहीं आया। हर किसी में उसको कोई न कोई कमी नजर आई।

इंटरव्यू के दौरान मैनेजर ने एक व्यक्ति को कोने में बैठा देखा, जो अपने नंबर की प्रतीक्षा रहा था। मैनेजर ने उससे पूछा कि तुम्हें क्या दिक्कत है। तुम्हारा स्वास्थ्य तो ठीक है। इस पर उस व्यक्ति ने जवाब दिया कि स्वास्थ्य ठीक नहीं है, वह नींद नहीं आने की बीमारी से परेशान है। यह सुनकर मैनेजर मुस्कराने लगा और उसे वॉचमैन मैन की नौकरी पर रख लिया। मैनेजर उसके बिना लागलपेट वाले जवाब से खुश हुआ। इसलिए कहते हैं कि रियल बनो। 

 

 

 

Rajesh Pandey

मैं राजेश पांडेय, उत्तराखंड के डोईवाला, देहरादून का निवासी और 1996 से पत्रकारिता का हिस्सा। अमर उजाला, दैनिक जागरण और हिन्दुस्तान जैसे प्रमुख हिन्दी समाचार पत्रों में 20 वर्षों तक रिपोर्टिंग और एडिटिंग का अनुभव। बच्चों और हर आयु वर्ग के लिए 100 से अधिक कहानियां और कविताएं लिखीं। स्कूलों और संस्थाओं में बच्चों को कहानियां सुनाना और उनसे संवाद करना मेरा जुनून। रुद्रप्रयाग के ‘रेडियो केदार’ के साथ पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाईं और सामुदायिक जागरूकता के लिए काम किया। रेडियो ऋषिकेश के शुरुआती दौर में लगभग छह माह सेवाएं दीं। ऋषिकेश में महिला कीर्तन मंडलियों के माध्यम से स्वच्छता का संदेश दिया। बाकी जिंदगी को जी खोलकर जीना चाहता हूं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता: बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक, एलएलबी संपर्क: प्रेमनगर बाजार, डोईवाला, देहरादून, उत्तराखंड-248140 ईमेल: rajeshpandeydw@gmail.com फोन: +91 9760097344

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