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उठो, जागो और लक्ष्य पाने तक नहीं रुको

वेदों के ज्ञाता और महान दार्शनिक स्वामी विवेकानंद ने भारत का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने लोगों को जीने की कला सिखाई। उन्होंने कई विषयों पर बहुमूल्य विचारों का ज्ञान कराया। उनके प्रेरणास्पद विचार वर्तमान में भी प्रासंगिक हैं। पेश हैं स्वामी विवेकानंद के कुछ अमूल्य विचार। 

  • जब तक आप अपने आप पर विश्वास नहीं करते, तब तक आप भगवान पर विश्वास नहीं कर सकते। 
  • उठो, जागो और अपना लक्ष्य तक पहुंचने तक नहीं रुको। 
  • ब्रह्मांड की सभी शक्तियां पहले से ही हमारी हैं। यह हम हैं, जो अपनी आंखों के सामने हाथ रखकर रोते हैं कि यहां अंधेरा है।
  • किसी की भी निंदा न करें। यदि आप किसी की सहायता के लिए हाथ बढ़ा सकते हैं, तो ऐसा करें। यदि आप नहीं कर सकते हैं तो उनको शुभकामनाएं देकर अपने रास्ते पर जाने दें। 

 

  • जिस काम को जिस समय पर पूरा करने का प्रण लो, उसे ठीक उस समय पर ही करना चाहिए, नहीं तो तुम पर से लोगों का विश्वास खत्म हो जाता है। 
  • एक विचार लो और उसे अपना जीवन बना लो। उसके बारे में सोचो, उसके सपने देखो और इसको जियो। अपने दिमाग, मांसपेशियों, नसों, शरीर के हर हिस्से को इसमें डूबने दो, और बाकी सभी विचारों को किनारे रख दो। यही सफल होने का तरीका है। 

 

  • संघर्ष जितना बड़ा होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी।
  • जब तक जीना है, तब तक सीखना है। अनुभव ही दुनिया में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है।
  • बस वही लोग जीते हैं, जो दूसरों के लिए जीते हैं।
  • जैसा तुम सोचते हो, वैसा हो जाओगे। यदि तुम स्वयं को कमजोर मानते हो, तुम कमजोर हो जाओगे। अगर स्वयं को ताकतवर सोचते हो, तुम ताकतवर हो जाओगे। 

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Rajesh Pandey

उत्तराखंड के देहरादून जिला अंतर्गत डोईवाला नगर पालिका का रहने वाला हूं। 1996 से पत्रकारिता का छात्र हूं। हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश आज भी जारी है। लगभग 20 साल हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। बच्चों सहित हर आयु वर्ग के लिए सौ से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। स्कूलों एवं संस्थाओं के माध्यम से बच्चों के बीच जाकर उनको कहानियां सुनाने का सिलसिला आज भी जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। रुद्रप्रयाग के खड़पतियाखाल स्थित मानव भारती संस्था की पहल सामुदायिक रेडियो ‘रेडियो केदार’ के लिए काम करने के दौरान पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया। सामुदायिक जुड़ाव के लिए गांवों में जाकर लोगों से संवाद करना, विभिन्न मुद्दों पर उनको जागरूक करना, कुछ अपनी कहना और बहुत सारी बातें उनकी सुनना अच्छा लगता है। ऋषिकेश में महिला कीर्तन मंडलियों के माध्यम के स्वच्छता का संदेश देने की पहल की। छह माह ढालवाला, जिला टिहरी गढ़वाल स्थित रेडियो ऋषिकेश में सेवाएं प्रदान कीं। बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहता हूं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता: बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी संपर्क कर सकते हैं: प्रेमनगर बाजार, डोईवाला जिला- देहरादून, उत्तराखंड-248140 राजेश पांडेय Email: rajeshpandeydw@gmail.com Phone: +91 9760097344

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