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उत्तराखंड में सरकारी नौकरीः इन पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं, सिर्फ दो दिन ही बचे हैं

देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने एक अक्तूबर 2021 को विभिन्न विभागों में रिक्त 423 पदों पर सीधी भर्ती से चयन के लिए ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए थे, जिसकी अंतिम तिथि 18 नवंबर 2021 में मात्र दो दिन ही बचे हैं।

इन पदों के लिए लिखित परीक्षा का अनुमानित समय मार्च 2022 बताया गया है।

आयोग की ओर से जारी विज्ञापन के अनुसार, पदों का विवरण इस प्रकार है-

पशुपालन विभाग में चारा सहायक ग्रुप-2 के रिक्त तीन पद एवं चारा सहायक ग्रुप-3 के रिक्त दो पदों, उद्यान विभाग के अन्तर्गत खाद्य प्रसंस्करण शाखा वर्ग-2 के रिक्त एक पद, डेरी विकास विभाग के अन्तर्गत वरिष्ठ दुग्ध निरीक्षक के रिक्त तीन पदों, कृषि विभाग के अन्तर्गत सहायक कृषि अधिकारी वर्ग-3 के रिक्त 188 पदों पर नौकरी के लिए आवेदन मांगे गए हैं।

आयोग ने उद्यान विभाग के अन्तर्गत उद्यान विकास शाखा वर्ग-02 के रिक्त 28 पदों, सहायक मशरूम विकास अधिकारी के रिक्त तीन पदों, सहायक पौध सुरक्षा अधिकारी / मधु विकास निरीक्षक के दो पदों, सहायक प्रशिक्षण अधिकारी (उद्यान विज्ञान) के रिक्त तीन पदों, सहायक प्रशिक्षण अधिकारी (वनस्पति विज्ञान) के रिक्त 03 पदों, मशरूम पर्यवेक्षक के रिक्त चार पदों, प्रयोगशाला सहायक (वनस्पति विज्ञान) के रिक्त चार पदों, औद्यानिक विकास शाखा वर्ग-3 (पर्यवेक्षक) के रिक्त 181 पदों अर्थात कुल 423 रिक्त पदों पर भी सीधी भर्ती से चयन के लिए आवेदन मांगे हैं।

उक्त पदों के संबंध में आयोग का विज्ञापन देखने के लिए क्लिक करें- आयोग का विज्ञापन

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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