सावन में अच्छे फल की कामना के लिए हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। मान्यता है कि इस माह में हनुमान पूजन शीघ्र फलदाई होता है। पंचांग के अनुसार श्रावण हिंदू वर्ष का पांचवा महीना है और शिव भक्ति का भी विशेष काल है।
श्रावण मास हिन्दू सनातन परंपराओं के अनुसार मनुष्य जीवन के चार संयम की अहमियत बताने वाला महीना है। हनुमान जी भगवान शंकर के ग्यारहवें अवतार माने जाते हैं। एकादश रुद्र अवतार का चरित्र भी संयम, शौर्य, पराक्रम, बुद्धि, बल, पवित्रता, संकल्प शक्तियों के बल पर जीवन को कष्ट, बाधाओं व संकटों से दूर रखने की प्रेरणा देता है।
- सावन के पांच मंगलवार शाम पांच बजे के बाद हनुमान जी के सामने चमेली के तेल का एक दीपक अर्पित करें। आपकी हर मुराद पूरी होगी।
- हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए एक साबुत पान का पत्ता लेकर उस पर थोड़ा सा गुड़ और चना रख कर भोग लगाएं।
- बजरंगबली जी से धन का आशीर्वाद चाहते हैं तो उन्हें अपने हाथों से गुलाब के फूलों की माला बनाकर चढ़ाएं। फिर आसन पर बैठकर तुलसी की माला से इस मंत्र – राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे, सहस्त्र नाम तत्तुन्यं राम नाम वरानने का जाप करें। हनुमान जी की माला में से एक फूल तोड़कर घर ले आएं। पीछे मुड़कर न देखें। घर आकर उसे लाल कपड़े में लपेटकर अपने धन रखने के स्थान पर रखें।