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मोबाइल पर ज्यादा समय बिताने वालों को राहत देंगी ये आसान ट्रिक्स

AI ने बताए मोबाइल पर समय बिताने की आदत से छुटकारा पाने के सात शानदार उपाय

देहरादून। न्यूज लाइव डेस्क

आज के डिजिटल युग में, अत्यधिक स्क्रीन टाइम सभी उम्र के व्यक्तियों के लिए एक महत्वपूर्ण चिंता का विषय बन गया है। लंबे समय तक मोबाइल देखने से कई शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं, जिसमें आंखों में तनाव, सिरदर्द और ध्यान की अवधि में कमी शामिल है। स्क्रीन टाइम को कम करना आपकी दैनिक दिनचर्या में कुछ सरल बदलावों के साथ संभव है। मोबाइल देखने की अपनी आदतों को कम करने में आपकी मदद करने के लिए यहां सात प्रभावी तरीके दिए गए हैं, जो मेटा एआई (Meta AI) ने सुझाए हैं।

1. स्क्रीन टाइम लक्ष्य निर्धारित करें और प्रगति को ट्रैक करें (Set Screen Time Goals and Track Progress)

अपने स्क्रीन टाइम के लिए एक दैनिक सीमा निर्धारित करें और अपनी प्रगति की निगरानी के लिए स्क्रीन टाइम (iOS) या डिजिटल वेलबीइंग (Android) जैसी अंतर्निहित सुविधाओं (built-in features) का उपयोग करें। मोबाइल देखने की अपनी समय सीमा के करीब पहुंचने पर आपको सचेत करने के लिए रिमाइंडर सेट करें।

2. 20-20-20 नियम लागू करें (Implement the 20-20-20 Rule)

हर 20 मिनट में, अपनी स्क्रीन से दूर देखें और 20 सेकंड के लिए 20 फीट दूर किसी चीज़ पर ध्यान केंद्रित करें। यह व्यायाम आंखों के तनाव को कम करता है और नियमित ब्रेक को प्रोत्साहित करता है।

3. स्क्रीन-मुक्त क्षेत्र और समय निर्धारित करें (Schedule Screen-Free Zones and Times)

विशिष्ट क्षेत्र (जैसे, बेडरूम) और समय (जैसे, भोजन के दौरान या सोने से एक घंटा पहले) को स्क्रीन मुक्त एरिया के रूप में निर्धारित करें। यह वैकल्पिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में मदद करता है।

4. वैकल्पिक शौक और रुचियाँ खोजें (Find Alternative Hobbies and Interests )

ऐसी गतिविधियों में शामिल हों, जो आपको खुशी देती हैं, जैसे पढ़ना, व्यायाम करना या रचनात्मक गतिविधियाँ। यह आपका ध्यान स्क्रीन से हटाने और नए जुनून विकसित करने में मदद करता है।

5. ध्यानपूर्वक उपयोग का अभ्यास करें (Practice Mindful Usage)

बिना सोचे-समझे स्क्रॉल करने से बचें और इसके बजाय, किसी विशिष्ट कार्य या सामग्री पर ध्यान केंद्रित करें। खुद से पूछें कि क्या सामग्री वास्तव में मूल्यवान है या यह केवल ध्यान भटकाने वाली है।

6. स्क्रीन टाइम मैनेजमेंट ऐप का उपयोग करें (Utilize Screen Time Management Apps)

फ्रीडम (Freedom), मोमेंट (Moment) या स्टे फोकस्ड (Stay Focused) जैसे ऐप खोजें जो ध्यान भटकाने वाली वेबसाइटों को ब्लॉक करके, स्क्रीन टाइम को ट्रैक करके और आपकी मोबाइल आदतों के बारे में जानकारी प्रदान करके आपको ट्रैक पर बने रहने में मदद करते हैं।

7. सोने से पहले की दिनचर्या बनाएँ (Create a Bedtime Routine)

सोने से पहले की दिनचर्या बनाएँ, जिसमें सोने से कम से कम एक घंटा पहले अपने डिवाइस को दूर रखना शामिल हो। नींद की गुणवत्ता में सुधार के लिए स्क्रीन टाइम की जगह ध्यान, जर्नलिंग (Journaling) या पढ़ने जैसी आरामदायक गतिविधियाँ करें।

जर्नलिंग क्या है (What is Journaling) 

जर्नलिंग का मतलब है अपने विचारों, भावनाओं और अनुभवों को नियमित रूप से नोटबुक या डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर लिखना। यह एक व्यक्तिगत और चिंतनशील अभ्यास है जो आपको अपनी भावनाओं को संसाधित करने, अंतर्दृष्टि प्राप्त करने और आत्म-जागरूकता विकसित करने में मदद करता है।

जर्नलिंग में ये शामिल हो सकते हैं:

– अपने दैनिक जीवन, घटनाओं और अनुभवों के बारे में लिखना
– लक्ष्य निर्धारित करना, प्रगति को ट्रैक करना और उपलब्धियों पर चिंतन करना
– कृतज्ञता, माइंडफुलनेस या ध्यान का अभ्यास करना
– लेखन, ड्राइंग या कला के माध्यम से अपनी रचनात्मकता की खोज करना
– चुनौतियों, संघर्षों और कठिन भावनाओं को संसाधित करना
– सफलताओं और उपलब्धियों का जश्न मनाना

जर्नलिंग व्यक्तिगत विकास, तनाव से राहत और आत्म-अभिव्यक्ति के लिए एक शक्तिशाली उपकरण है। यह आपको अपने विचारों को स्पष्ट करने, अपने लेखन कौशल को विकसित करने और अपने और अपने जीवन की गहरी समझ हासिल करने में मदद करता है।

इन रणनीतियों को अपनी दिनचर्या में शामिल करके, आप अपने स्क्रीन टाइम को कम करने और स्वस्थ मोबाइल आदतें विकसित करने की दिशा में आगे बढ़ेंगे।

“How to Reduce Screen Time (Mobile Watching)” with 7 points

In today’s digital age, excessive screen time has become a significant concern for individuals of all ages. Prolonged mobile watching can lead to various physical and mental health issues, including eye strain, headaches, and decreased attention span. Fortunately, reducing screen time is achievable with a few simple changes to your daily routine. Here are seven effective ways to help you minimize your mobile watching habits:

1. Set Screen Time Goals and Track Progress: Establish a daily limit for your screen time and use built-in features like Screen Time (iOS) or Digital Wellbeing (Android) to monitor your progress. Set reminders to alert you when you’re approaching your limit.

2. Implement the 20-20-20 Rule: Every 20 minutes, look away from your screen and focus on something 20 feet away for 20 seconds. This exercise reduces eye strain and encourages regular breaks.

3. Schedule Screen-Free Zones and Times: Designate specific areas (e.g., bedrooms) and times (e.g., during meals or an hour before bed) as screen-free. This helps create healthy boundaries and promotes alternative activities.

4. Find Alternative Hobbies and Interests: Engage in activities that bring you joy, such as reading, exercise, or creative pursuits. This helps shift your focus away from screens and develops new passions.

5. Practice Mindful Usage: Be present when using your device. Avoid mindless scrolling, and instead, focus on a specific task or content. Ask yourself if the content is truly valuable or if it’s just a distraction.

6. Utilize Screen Time Management Apps: Explore apps like Freedom, Moment, or Stay Focused that help you stay on track by blocking distracting websites, tracking screen time, and providing insights into your mobile habits.

7. Create a Bedtime Routine: Establish a pre-sleep routine that involves putting away your devices at least an hour before bedtime. Replace screen time with relaxing activities like meditation, journaling, or reading to improve sleep quality.

By incorporating these strategies into your daily routine, you’ll be well on your way to reducing your screen time and developing healthier mobile habits.

 

Rajesh Pandey

उत्तराखंड के देहरादून जिला अंतर्गत डोईवाला नगर पालिका का रहने वाला हूं। 1996 से पत्रकारिता का छात्र हूं। हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश आज भी जारी है। लगभग 20 साल हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। बच्चों सहित हर आयु वर्ग के लिए सौ से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। स्कूलों एवं संस्थाओं के माध्यम से बच्चों के बीच जाकर उनको कहानियां सुनाने का सिलसिला आज भी जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। रुद्रप्रयाग के खड़पतियाखाल स्थित मानव भारती संस्था की पहल सामुदायिक रेडियो ‘रेडियो केदार’ के लिए काम करने के दौरान पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया। सामुदायिक जुड़ाव के लिए गांवों में जाकर लोगों से संवाद करना, विभिन्न मुद्दों पर उनको जागरूक करना, कुछ अपनी कहना और बहुत सारी बातें उनकी सुनना अच्छा लगता है। ऋषिकेश में महिला कीर्तन मंडलियों के माध्यम के स्वच्छता का संदेश देने की पहल की। छह माह ढालवाला, जिला टिहरी गढ़वाल स्थित रेडियो ऋषिकेश में सेवाएं प्रदान कीं। बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहता हूं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता: बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी संपर्क कर सकते हैं: प्रेमनगर बाजार, डोईवाला जिला- देहरादून, उत्तराखंड-248140 राजेश पांडेय Email: rajeshpandeydw@gmail.com Phone: +91 9760097344

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