राहत एवं बचाव कार्यों के लिए एसडीआरएफ मद से 20 करोड़ रुपये जारी
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मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपदा राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की
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जानकारी के अनुसार, 18 शव मिले, 202 लोग लापता, 27 लोगों को सुरक्षित बचाया गया
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केंद्रीय शिक्षा मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह, सांसद तीरथ सिंह रावत, चमोली जिला प्रभारी मंत्री डा. धन सिंह रावत ने तपोवन आदि क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया
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कनेक्टिविटी से कटे गांवों में हेलीकाप्टर से पहुंचाई गई राशन व राहत सामग्री
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में शासन के वरिष्ठ अधिकारियों, आपदा प्रबंधन, पुलिस, सेना एवं आईटीबीपी के अधिकारियों के साथ बैठक कर जोशीमठ के रैणी क्षेत्र में आई आपदा में राहत एवं बचाव कार्यों का अपडेट जाना। जानकारी के अनुसार, 18 शव मिल गए हैं जबकि 202 लोग लापता हैं। वहीं 27 लोगों को सुरक्षित बचाया गया है। इनमें से एनटीपीसी से 12 और ऋषिगंगा प्रोजेक्ट से 15 लोग शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि क्षेत्र में खाद्य सामग्री पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो। राहत एवं बचाव कार्यों में लगे कार्मिकों को भी सभी आवश्यक सामग्री समय पर उपलब्ध हों। राहत एवं बचाव कार्यों के लिए एसडीआरएफ मद से 20 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गई है।
संवेदनशील स्थानों का समय-समय पर सर्वे के निर्देश
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपदा की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों का समय-समय पर सर्वे कराया जाए। एसडीआरएफ की टीमें भी संवेदनशील स्थानों के निकट तैनात की जाएं।आईआरएस के निदेशक डॉ. प्रकाश चौहान ने जानकारी दी कि ताजी बर्फ के स्खलन से आपदा की संभावना जताई जा रही है। इसकी वजह से नदी के जल स्तर में तेजी से वृद्धि हुई। अब स्थिति सामान्य है।
प्रभावित क्षेत्रों में बिजली, पानी की सुचारू आपूर्ति
बैठक में जानकारी दी गई प्रभावित क्षेत्र के आस-पास बिजली एवं पानी की आपूर्ति सुचारू है। तत्काल राहत के लिए एक हजार राशन के पैकेट एवं अन्य सामग्री भेजी गई है। रेस्क्यू जारी है।
लापता लोगों के परिजनों को आर्थिक सहायता के लिए जारी होगी एसओपी
मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि सरकार की मंशा है कि लापता लोगों के परिजनों को भी आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा सके। इसकी प्रक्रिया तय करने के लिए जल्द ही एक एसओपी जारी की जाएगी।
केंद्रीय मंत्रियों ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया
केंद्रीय शिक्षा मंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह, सांसद तीरथ सिंह रावत, चमोली जिला प्रभारी मंत्री डा. धन सिंह रावत ने भी तपोवन आदि क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और स्थानीय लोगों से बात की। विधायक महेंद्र प्रसाद भट्ट, विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी ने भी तपोवन एवं रैणी मे आपदा प्रभावित क्षेत्र का जायजा लिया।
सर्च व रेस्क्यू आपरेशन तेजी से जारी
चमोली जिले में रविवार को आई आपदा के दूसरे दिन भी रेस्क्यू आपरेशन पूरे दिनभर जारी रहा। आपदा में सड़क पुल बहने के कारण नीति घाटी के जिन 13 गांवों से संपर्क टूट गया है, उनमें जिला प्रशासन चमोली हेलीकॉप्टर से राशन, मेडिकल एवं रोजमर्रा की चीजें पहुंचा रहा है।