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उत्तराखंड रोडवेजः दिल्ली में पुराने मॉडल की डीजल बसों पर प्रतिबंध से बढ़ीं मुश्किलें, बसों की संख्या बढ़ाने के निर्देश

दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण के मानक पूरे करने वाली 310 बसें संचालित हो रहीं, 194 बसें प्रतिबन्धित

देहरादून। newslive24x7
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में सचिवालय में महत्वपूर्ण बैठक में उत्तराखण्ड परिवहन निगम की पुराने माॅडल की डीजल बसों पर दिल्ली में लगे प्रतिबन्ध से आमजन की असुविधाओं के तत्काल समाधान के निर्देश दिए गए। मुख्य सचिव ने यूटीसी को तत्काल शाॅर्ट टर्म एक्शन प्लान पर कार्य करते हुए दिल्ली के लिए रोडवेज बसों की संख्या बढ़ाने, विशेषकर वीकेंड पर बसों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इसके लिए यूपी से भी समन्वय के लिए कहा है।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सचिव परिवहन को 175 बसों की खरीद के प्रस्ताव के निर्णय पर उचित स्तर पर वार्ता के लिए निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही, सीएस ने निर्देश दिए कि जिन 100 सीएनजी बसों की खरीद की टेण्डर प्रक्रिया पूरी हो चुकी हैं तथा 30 बसें प्राप्त हो चुकी हैं, उनका संचालन शीघ्र शुरू किया जाए।
आमजन को राहत देने को लेकर मुख्य सचिव ने परिवहन विभाग को यूटीसी की बसों का संचालन गाजियाबाद में मोहन नगर के साथ ही कौशाम्बी तक करने के लिए उत्तर प्रदेश शासन से बात करने के निर्देश दिए हैं। प्रदूषण नियंत्रण के मानक पूरा करने वाली बसें सीधा दिल्ली में प्रवेश करेंगी। सामान्य बसें दिल्ली सीमा मोहन नगर व कौशाम्बी तक जा सकेंगी।
बैठक में उत्तराखंड परिवहन निगम ने जानकारी दी कि दिल्ली में प्रदूषण के कारण पुराने माॅडल की डीजल बसों पर लगी रोक से पहले रोडवेज की दिल्ली रूट पर 504 बस सेवाएं प्रतिदिन संचालित होती थी ।
अभी प्रदूषण नियंत्रण के मानक पूरे करने वाली 310 बसें संचालित हो रही हैं।
194 बसें प्रतिबन्धित की गई हैं।
प्रतिबन्ध से पूर्व रोडवेज की बसों का लोड फैक्टर लगभग 40 प्रतिशत था, जो अभी बस सेवाओं की फ्रीक्वेंसी बढ़ने से लोड फैक्टर 90 से 100 प्रतिशत हो गया है।
दिल्ली जाने वाले यात्रियों को किसी भी प्रकार की विशेष असुविधा नहीं हो रही है। मुख्य सचिव ने इस सम्बन्ध में भ्रामक सूचनाओं को स्पष्ट करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में प्रमुख सचिव आर के सुधांशु, सचिव बृजेश सन्त, अपर सचिव आनंद श्रीवास्तव सहित परिवहन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

Rajesh Pandey

उत्तराखंड के देहरादून जिला अंतर्गत डोईवाला नगर पालिका का रहने वाला हूं। 1996 से पत्रकारिता का छात्र हूं। हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश आज भी जारी है। लगभग 20 साल हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। बच्चों सहित हर आयु वर्ग के लिए सौ से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। स्कूलों एवं संस्थाओं के माध्यम से बच्चों के बीच जाकर उनको कहानियां सुनाने का सिलसिला आज भी जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। रुद्रप्रयाग के खड़पतियाखाल स्थित मानव भारती संस्था की पहल सामुदायिक रेडियो ‘रेडियो केदार’ के लिए काम करने के दौरान पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया। सामुदायिक जुड़ाव के लिए गांवों में जाकर लोगों से संवाद करना, विभिन्न मुद्दों पर उनको जागरूक करना, कुछ अपनी कहना और बहुत सारी बातें उनकी सुनना अच्छा लगता है। ऋषिकेश में महिला कीर्तन मंडलियों के माध्यम के स्वच्छता का संदेश देने की पहल की। छह माह ढालवाला, जिला टिहरी गढ़वाल स्थित रेडियो ऋषिकेश में सेवाएं प्रदान कीं। बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहता हूं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता: बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी संपर्क कर सकते हैं: प्रेमनगर बाजार, डोईवाला जिला- देहरादून, उत्तराखंड-248140 राजेश पांडेय Email: rajeshpandeydw@gmail.com Phone: +91 9760097344

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