agriculture

उत्तराखंड के ग्रामीण इलाकों में आर्थिक प्रगति के प्रमुख स्रोत कृषि एवं पशुपालन हैं। परन्तु, दुखद स्थिति यह है कि पशुपालन और कृषि आय के उतने बड़े स्रोत नहीं रह गए हैं, जिनके आधार पर हम दूरस्थ पर्वतीय गांवों से पलायन रोकने का दम भर सकें। पहाड़ में कृषि को खुद ग्रामीण, खासकर महिलाएं, जिनको कृषि की रीढ़ कहा जाता है, भी घाटे का सौदा मानती हैं। इस कॉलम में कृषि पर फोकस किया गया है।

सूर्याधार गांवः पानी नहीं मिलने से सैकड़ों बीघा खेत बंजर, किसान बेरोजगार

सूर्याधार (देहरादून)। राजेश पांडेय चर्चित सूर्याधार झील (Suryadhar lake), जिस गांव के नाम पर है, उस गांव की लगभग 500…

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सौ साल से भी ज्यादा पुराने लाल डंडी वाले धान का बीज बोते हैं इस गांव के किसान

कोल गांव। राजेश पांडेय टिहरी गढ़वाल के कोल गांव में 15 परिवार रहते हैं, आबादी यही कोई 75 के आसपास…

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नदियों से लाए पौधों को खेत में लगाकर लाखों कमा रहे किसान

राजेश पांडेय। न्यूज लाइव “हमने देखा कि लोग नदियों, नालों के किनारे उगे साग को तोड़कर बाजार में बेच रहे…

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उत्तराखंड के मैदानी जिलों में सरकारी राशन की दुकानों पर मिलेगा मंडुआ

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय किसान दिवस पर राज्य में 50 हजार पॉली हाउस बनाए जाने की घोषणा की…

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जाखधार कृषि विज्ञान केंद्र पर किसानों को क्षमता विकास का प्रशिक्षण

रुद्रप्रयाग। कृषि विज्ञान केंद्र, जाखधार ने जिला स्तरीय कृषक प्रशिक्षण ( क्षमता विकास) के तहत संयुक्त सहकारी समितियों से जुड़े…

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एक किसान का 20 साल से जैविक उत्पादों को बेचने के लिए संघर्ष

राजेश पांडेय। न्यूज लाइव जैविक उत्पाद महंगे बताए जाते हैं, पर इनको उगाने के लिए, जो मेहनत की जाती है,…

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खेती-बागवानी को बंदरों से बचाने के लिए वन विभाग से समन्वय बनाएं संबंधित विभागः सीएम

मसूरी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में चल रहे “सशक्त उत्तराखण्ड @…

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पशुओं और खेतीबाड़ी को बचाने के लिए 80 साल की मुन्नी देवी का संघर्ष

राजेश पांडेय। न्यूज लाइव देहरादून के झीलवाला गांव का एक समय था, जब यहां दूर-दूर तक खेत नजर आते थे।…

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आपातकालीन पशु चिकित्सा के लिए टोल फ्री नंबर 1962 पर करें फोन

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के लिए 60 मोबाइल पशु चिकित्सालय यूनिट का लोकार्पण किया। उन्होंने गोट वैली…

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अभी भी देहरादून दूर है इन महिलाओं के लिए

राजेश पांडेय। न्यूज लाइव “मेरी शादी करीब 14 वर्ष पहले हुई थी, उसी समय सामान की खरीदारी के लिए देहरादून…

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रुद्रप्रयाग जिले में मंडुवा, झंगोरा और चौलाई-सोयाबीन के छह खरीद केंद्र खोले

रुद्रप्रयाग। किसानों से मंडुवा, झंगोरा, चौलाई व सोयाबीन की खरीद के लिए रुद्रप्रयाग जिले में छह खरीद केंद्र बनाए गए…

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लहसुन नमक की चटनी के साथ खाइए पहाड़ की काखड़ी

राजेश पांडेय। न्यूज लाइव इन दिनों पहाड़ के खेतों में काखड़ी यानी खीरा लग रहा है। बारहनाजा वाले खेतों की…

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कहानी झंगोरा मंडुवा कीः फसल पैसे में नहीं, सामान के बदले बिक जाती है

 राजेश पांडेय। न्यूज लाइव उत्तराखंड में मंडुवा (Finger millet) की फसल काटी जा रही है और इस बार अभी तक…

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पहाड़ में खेतीः कब निकलेगी धूप, कब कूटे जाएंगे मंडुवा और झंगोरा

राजेश पांडेय। न्यूज लाइव रुद्रप्रयाग में खेतों से करीब दो सप्ताह पहले झंगोरा निकाला जा चुका है और अधिकतर किसानों…

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लंपी के संक्रमण से गाय की मौत ने छीना मधु की आजीविका का जरिया

राजेश पांडेय। न्यूज लाइव झड़ौंद गांव की मधु वर्मा की सात साल की गाय दस दिन से लंपी रोग से…

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युवा किसान ने खेत में ही बर्बाद हो गई धान की फसल पर बड़े दुखी मन से चलाया ट्रैक्टर

राजेश पांडेय। न्यूज लाइव वर्षों से खेती कर रहे खैरी गांव के 75 वर्षीय तारा सिंह कहते हैं, “हमें आंतरिक…

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ऐसा क्यों कहती हैं महिलाएं, अपने खेतों में हमारी दिहाड़ी दो रुपये भी नहीं है

राजेश पांडेय। न्यूज लाइव बुटोल गांव की मीनाक्षी नौटियाल कहती हैं, ” अपने खेतों में हमारी दिहाड़ी तो दो रुपये…

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बात स्वरोजगार कीः पलायन भी नहीं करना पड़ेगा और कमाई भी खूब होगी

राजेश पांडेय। न्यूज लाइव भारत में मशरूम की मुख्य रूप से चार प्रजातियों का उत्पादन किया जाता है, जिनमें ढींगरी…

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