आज से 75 वर्ष पहले हुई थी संविधान सभा की पहली बैठक
संविधान सभा की पहली बैठक आज ही के दिन 75 वर्ष पहले हुई थी, जिसकी अध्यक्षता डॉ. सच्चिदानन्द सिन्हा ने की थी, जो सभा के सबसे वरिष्ठ सदस्य थे। उनके नाम का प्रस्ताव आचार्य कृपलानी ने किया था और उन्हें अध्यक्ष पद पर आसीन किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान सभा की पहली ऐतिहासिक बैठक के 75 वर्ष पूरे होने पर संविधान सभा की महान हस्तियों को नमन किया।
अपने श्रृंखलाबद्ध ट्वीटों में प्रधानमंत्री ने कहा है- “75 वर्ष पहले आज ही के दिन संविधान सभा की पहली बैठक हुई थी। भारत के विभिन्न भागों से, विभिन्न पृष्ठभूमि और यहां तक कि विभिन्न विचारधाराओं वाले महान लोग एकजुट हुए थे, जिनका एक ही उद्देश्य था कि भारतवासियों को एक शानदार संविधान प्रदान किया जाए। इन महान लोगों को नमन है।
Today, 75 years ago our Constituent Assembly met for the first time. Distinguished people from different parts of India, different backgrounds and even differing ideologies came together with one aim- to give the people of India a worthy Constitution. Tributes to these greats. pic.twitter.com/JfJUFw2ThK
— Narendra Modi (@narendramodi) December 9, 2021
संविधान सभा की पहली बैठक की अध्यक्षता डॉ. सच्चिदानन्द सिन्हा ने की थी, जो सभा के सबसे वरिष्ठ सदस्य थे। उनके नाम का प्रस्ताव आचार्य कृपलानी ने किया था और उन्हें अध्यक्ष पद पर आसीन किया था।
The first sitting of the Constituent Assembly was Presided over by Dr. Sachchidananda Sinha, who was the eldest member of the Assembly.
He was introduced and conducted to the Chair by Acharya Kripalani. pic.twitter.com/VWuNJDjBYq
— Narendra Modi (@narendramodi) December 9, 2021
Today, as we mark 75 years of the historic sitting of our Constituent Assembly, I would urge my young friends to know more about this august gathering’s proceedings and about the eminent stalwarts who were a part of it. Doing so would be an intellectually enriching experience.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 9, 2021
आज, जब हम संविधान सभा की पहली ऐतिहासिक बैठक के 75 वर्ष पूरे होने को याद कर रहे हैं, मैं अपने युवा मित्रों से आग्रह करता हूं कि वे इस गरिमामयी सभा की कार्यवाही और इसमें शरीक होने वाली महान हस्तियों के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानें। ऐसा करने से बौद्धिक रूप से उनका अनुभव समृद्ध होगा।”– पीआईबी