
Dyslexia Teacher Training NIEPVD: ऋषिकेश, 8 अक्टूबर। राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान (NIEPVD जो पहले NIVH के नाम से था), देहरादून ने डिस्लेक्सिया दिवस पर गंगोत्री विद्या निकेतन इंटर कॉलेज, सुमन विहार में शिक्षक-शिक्षिकाओं के लिए महत्वपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को डिस्लेक्सिया से प्रभावित विद्यार्थियों की पहचान, समझ और सहायता के प्रभावी तरीकों से परिचित कराना था।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता और स्पेशल एजुकेशन एक्सपर्ट रेवती ने इस बात पर जोर दिया कि डिस्लेक्सिया से जूझ रहे बच्चों को सही मार्गदर्शन और सहायक शिक्षण पद्धति से मुख्यधारा की शिक्षा में सफलतापूर्वक जोड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि “हर बच्चे में सीखने की एक अनोखी क्षमता होती है, जरूरत सिर्फ उसे सही दिशा देने की है।”
Dyslexia Teacher Training NIEPVD: मनोवैज्ञानिक स्नेहा ने डिस्लेक्सिया को समझने और समय पर हस्तक्षेप करने को बेहद जरूरी बताया और कहा कि शिक्षक इस दिशा में सबसे अहम भूमिका निभा सकते हैं।
विद्यालय के संचालक बंशीधर पोखरियाल ने कहा कि प्रारंभिक पहचान और सकारात्मक दृष्टिकोण से बच्चों की सीखने की कठिनाइयां काफी हद तक दूर की जा सकती हैं।
शिक्षक प्रबोध उनियाल ने सुझाव दिया कि ऐसे बच्चों को पढ़ाने से पहले शिक्षकों को बेहतर पढ़ने की जरूरत है, और उनके प्रति दया नहीं बल्कि स्नेह एवं सहयोग का भाव होना चाहिए।
अंत में, विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रमोद मलासी ने सभी प्रतिभागी शिक्षक-शिक्षिकाओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम शिक्षकों को संवेदनशील और प्रभावी शिक्षण के लिए प्रेरित करते हैं, जिसका लाभ निश्चित रूप से विद्यार्थियों को मिलेगा।
कार्यक्रम में वरिष्ठ शिक्षक रामप्रसाद उनियाल, निधि पोखरियाल, संतोषी खंतवाल, संतोष, योगेश ढौंडियाल, अंजना कंडवाल, साधना ध्यानी, यज्ञव्रत पोखरियाल, गौरा, पिंकी, कविता व सैफाली आदि शिक्षक-शिक्षिकाओं ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया। सभी ने छात्र-छात्राओं के हित में संयुक्त रूप से कार्य करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक प्रबोध उनियाल ने किया।













