नई दिल्ली
तेल की बचत कम करने के लिए दुनियाभर के देशों में इलेक्ट्रिक कार को बढ़ावा देने की बात कही जा रही है। ऐसे में भारत में भी इलेक्ट्रिक कार बनाने को लेकर जोर दिया जा रहा है। हालांकि अभी बनने वाली इलेक्ट्रिक कार काफी महंगी है और वह आम आदमी की पहुंच से दूर है।
हाल ही में आई एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनियाभर में 5 साल के बाद इलेक्ट्रिक कारों का चलन काफी बढ़ जाएगा, जिसका सीधा असर तेल के दामों पर देखने को भी मिलेगा। इलेक्ट्रिक कार के यूज से भारत में ही 60 बिलियन यूएस डॉलर तेल की बचत होगी और 1 गीगा टन कार्बन उर्त्सजन देश में 2030 तक कम हो जाएगा। देश के ऊर्जा मंत्री पीयुष गोयल ने स्पष्ट किया है कि 2030 तक देश में बिकने वाली हर कार इलेक्ट्रिक होगी और कोई भी कार यहां पर डीजल या पेट्रोल ईंधन के साथ नहीं बिकेगी। उन्होंने स्पष्ट किया है कि सरकार इलेक्ट्रिक कारों को लेकर गंभीर है। नीति आयोग द्वारा की गई एक स्टडी में यह बात सामने आई है कि अगर देश इलेक्ट्रिक वाहनों पर निर्भर हुआ तो 60 बिलियन यूएस डॉलर तेल की बचत होगी और 1 गीगा टन कार्बन उर्त्सजन देश में 2030 तक कम हो जाएगा।