Short story- Moral Values

भूखी लोमड़ी

एक बार एक लोमड़ी को बहुत तेजी से भूख लगी। वैसे भी वह हमेशा भूखी रहती थी। खाने की तलाश में वह पूरे दिन जंगल में भटकती रहती थी। मानो भूख के मारे उसके प्राण ही निकलने वाले हों। वह दौड़ती हुई नदी किनारे पहुंची। उसकी नजर वहां एक पेड़ पर बने होल पर पड़ी।

होल में रखा पैकेट देखकर उसकी आंखों में चमक आ गई। वह तुरंत होल के अंदर बैठ गई औऱ पैकेट खोलकर देखने लगी। पैकेट में खाना और कुछ फल रखे थे। यह खाना जंगल में लकड़ी काटने आए व्यक्ति ने रखा था। लोमड़ी ने तुरंत सारा खाना चट कर दिया। खाते ही उसे प्यास लग गई, लेकिन वह होल से बाहर नहीं आ सकी।

उसने काफी जोर लगाया, लेकिन होल से बाहर नहीं आ पा रही थी। हुआ यह कि ज्यादा खाना खाने से लोमड़ी पहले से ज्यादा मोटी हो गई थी। लोमड़ी बहुत उदास और परेशान हो गई थी। उसने खुद से कहा, “मुझे लगता है कि होल में कूदने से थोड़ा सोचना चाहिए था।” अगर मैं कुछ सोच विचार करती तो इस मुसीबत में नहीं पड़ती। कहानी संदेश देती है कि कोई भी कार्य जल्दबाजी में बिना सोचे समझे नहीं करना चाहिए।

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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