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राष्ट्रीय रेल और परिवहन संस्थान ने इन पाठ्यक्रमों में आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाई

नई दिल्ली। राष्ट्रीय रेल और परिवहन संस्थान (एनआरटीआई), रेल  मंत्रालय की ओर से वडोदरा में स्थापित डीम्ड विश्वविद्यालय है। इस संस्थान ने वर्ष 2021-22 के लिए बीबीए, बीएससी, बीटेक, एमबीए और एमएससी पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाने की घोषणा की है।

बारहवीं कक्षा के परिणामों के नवीनतम कार्यक्रम, जेईई मेन्स, विश्वविद्यालय के स्नातक परिणामों, एआईसीटीई और यूजीसी से घोषित प्रवेश और शैक्षणिक सत्र को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

एनआरटीआई की कुलपति सुश्री अलका अरोड़ा मिश्रा के अनुसार ऐसे अनेक छात्रों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए अंतिम तिथि बढ़ाई गई है, जो न केवल कोविड के कारण बाधित हैं, बल्कि बारहवीं कक्षा परीक्षा परिणामों की तिथियों में बदलाव, विश्वविद्यालय स्नातक परिणामों, जेईई कार्यक्रम और नियामक अधिसूचनाओं से भी प्रभावित हैं।

अब बीबीए, बीएससी, एमएससी और एमबीए पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन करने की आखिरी तिथि 21 अगस्त, 2021 और बीटेक पाठ्यक्रमों के लिए 15 सितंबर2021 होगी।

छात्रों को अपने विकल्पों का मूल्यांकन करने और एनआरटीआई के प्रतिष्ठित कार्यक्रमों के लिए आवेदन करने के लिए पर्याप्त समय दिया गया है।

छात्र प्रवेश परीक्षा के लिए www.nrti.edu.in पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और पंजीकरण कर सकते हैं। केवल ऑनलाइन आवेदन ही स्वीकार्य हैं।

आवेदन करने की संशोधित तिथियां:

  • बीबीए, बीएससी, एमएससी और एमबीए पाठ्यक्रम: 21 अगस्त, 2021

  • बी.टेक पाठ्यक्रमः 15 सितंबर2021

शैक्षणिक वर्ष 2021-22 के लिए पाठ्यक्रमों की सूची:

स्नातक पाठ्यक्रम

  • बीबीए परिवहन प्रबंधन

  • बीएससी परिवहन प्रौद्योगिकी

  • बीटेक. रेल इंफ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग

  • बीटेक. रेल सिस्टम्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग

  • बीटेक मैकेनिकल एंड रेल इंजीनियरिंग आईआरआईएमईई जमालपुर में प्रस्तावित की जाएगी

  • पोस्टग्रेजुएट पाठ्यक्रम

  • एमबीए परिवहन प्रबंधन

  • एमबीए आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन

  • एमएससी परिवहन प्रौद्योगिकी और नीति

  • एमएससी परिवहन सूचना प्रणालियां और एनालिटिक्स

  • एमएससी रेलवे सिस्टम इंजीनियरिंग एंड इंटीग्रेशन (बर्मिंघम विश्वविद्यालय, यूके के सहयोग से प्रस्तुत अंतर्राष्ट्रीय डिग्री कार्यक्रम)

  • स्नातकोत्तर डिप्लोमा पाठ्यक्रम

  • पीजीडीएम परिवहन/ लॉजिस्टिक्स

  • पीजीडीएम ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट एंड फाइनेंसिंग/ प्रोजेक्ट मैनेजमेंट

संपर्क करें: info@nrti.edu.in

बीबीए, बीएससी और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश देशभर के विभिन्न केंद्रों में एनआरटीआई की राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा के आधार पर दिया जाता है, जबकि बीटेक पाठ्यक्रमों में प्रवेश जेईई मेन्स में अर्जित अंकों पर आधारित होता है।

पिछले साल 7,000 से अधिक छात्रों ने इस संस्थान की 425 सीटों के लिए आयोजित परीक्षा में भाग लिया था। इस संस्थान में एक प्रतिष्ठित बोर्ड है, जिसमें आईआईटी के दो सेवारत निदेशक, प्रमुख शिक्षाविद और उद्योग जगत के दिग्गज शामिल हैं।

भारतीय रेलवे के चेयरमैन इसके अध्यक्ष हैं, जो इस विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं।

यह संस्थान उच्च गुणवत्ता वाले रेल और परिवहन पर केंद्रित पाठ्यक्रम प्रस्तुत करता है और इसका बर्मिंघम विश्वविद्यालय, यूसी बर्कले व कॉर्नेल विश्वविद्यालयों सहित दुनिया के कुछ शीर्ष विश्वविद्यालयों के साथ अंतरराष्ट्रीय सहयोग है।

इस साल बीबीए और बीएससी पाठ्यक्रमों में स्नातक होने वाले पहले बैच के छात्रों का आदित्य बिड़ला समूह, रिलायंस समूह, अडानी समूह, एलएंडटी, महिंद्रा समूह, हिंदुस्तान यूनिलीवर, सीमेंस, केईसी इंटरनेशनल और अन्य शीर्ष संगठनों सहित प्रमुख भारतीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियों में चयन किया गया है।– पीआईबी

 

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Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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