
Indian Language Summer Camp Ramgarh: नई शिक्षा नीति के अनुसार बहुभाषा को बढ़ावा देने की पहल
Indian Language Summer Camp Ramgarh: डोईवाला, 28 मई, 2025ः राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत राजकीय प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ में बुधवार से एक सप्ताह का “भारतीय भाषा समर कैंप” का शुरू हो गया। इस कैंप का उद्देश्य ग्रीष्मावकाश के दौरान बच्चों को विविध गतिविधियों और क्रियाकलापों के माध्यम से उत्तराखंड राज्य की विविध भाषाओं और बोलियों से परिचित कराना है।
बहुभाषिता और आंचलिक भाषाओं पर जोर
समर कैंप में छात्र-छात्राओं को हिंदी के अतिरिक्त उत्तराखंड की भाषाओं (संस्कृत और अंग्रेजी) के साथ-साथ प्रदेश की आंचलिक भाषाओं/बोलियों जैसे गढ़वाली, कुमाऊँनी और जौनसारी में सामान्य वार्तालाप की जानकारी प्रदान की जाएगी। यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की उस अनुशंसा के अनुरूप है, जो एक से अधिक भाषाओं को सीखने पर जोर देती है।
उद्घाटन समारोह में वरिष्ठ साहित्यकार, लेखिका एवं कवि प्रतिभा कटियार, विद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्ष सीमा और विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरविंद सिंह सोलंकी ने ज्ञान की देवी माँ सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित कर कैंप का विधिवत शुभारंभ किया।
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प्रधानाध्यापक अरविंद सिंह सोलंकी ने एक सप्ताह के “भारतीय भाषा समर कैंप” के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि यह आयोजन विभागीय निर्देशों के अनुपालन में किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस कैंप में मुख्य रूप से संस्कृत, अंग्रेजी और गढ़वाली भाषा में सामान्य वार्तालाप का ज्ञान छात्रों को दिया जाएगा।
गतिविधियाँ और विशेषज्ञों का मार्गदर्शन
कैंप के दौरान प्रत्येक दिन के लिए विभिन्न गतिविधियाँ निर्धारित की गई हैं। इनमें देशभक्ति नारे एवं गीत, यातायात के नियमों की जानकारी, ‘अपणी दुकान’ (स्थानीय व्यापार से संबंधित गतिविधि), राज्य के पारंपरिक व्यंजनों की जानकारी, देशभक्ति पर आधारित लघु फिल्में, राज्य के भौगोलिक मानचित्र की जानकारी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, योग, स्वच्छता, पोषण, स्वास्थ्य, आर्ट एंड क्राफ्ट जैसे विषयों पर भी विशेषज्ञों को आमंत्रित कर छात्रों को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की जाएगी।
वरिष्ठ साहित्यकार प्रतिभा कटियार ने कहा कि समर कैंप जैसे आयोजन बच्चों को आनंदपूर्ण वातावरण में रोचक गतिविधियों के माध्यम से अनेक नई चीजें सीखने का अवसर प्रदान करते हैं। उन्होंने कैंप की सफलता के लिए विद्यालय परिवार को शुभकामनाएँ दीं।
प्रथम दिन की गतिविधियाँ और सहयोग
Indian Language Summer Camp Ramgarh: समर कैंप के पहले दिन छात्रों ने उत्तराखंड की सरस्वती वंदना “दैण होई जाई माँ सरस्वती…” और गढ़वाली स्वागत गीत “आवा श्रीमान, आवा भगवानों…” सीखा। साथ ही, डिटॉल स्कूल हाइजीन एजुकेशन प्रोग्राम के जिला प्रमुख प्रकाश नेगी ने रोचक गतिविधियों के माध्यम से छात्रों को स्वच्छता एवं स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण जानकारी दी।
इसी दौरान, प्रमुख वित्तीय सलाहकार खेमा नंद रतूड़ी अपनी पत्नी प्रियंका रतूड़ी और मित्र दीपक अग्रवाल एवं उनकी पत्नी सरिता अग्रवाल के साथ विद्यालय में उपस्थित हुए। उन्होंने समर कैंप के दौरान पूरे एक सप्ताह के लिए छात्र-छात्राओं के रिफ्रेशमेंट की व्यवस्था का जिम्मा उठाया। रतूड़ी ने विद्यालय के शिक्षकों के समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से ही प्राथमिक विद्यालय रामगढ़ में छात्रों को उत्कृष्ट स्तर की सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
उद्घाटन समारोह में विद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्ष सीमा, वरिष्ठ साहित्यकार प्रतिभा कटियार, प्रमुख वित्तीय सलाहकार खेमा नंद रतूड़ी व उनकी पत्नी प्रियंका रतूड़ी, समाजसेवी दीपक अग्रवाल व उनकी पत्नी सरिता अग्रवाल, डिटॉल स्कूल हाइजीन एजुकेशन प्रोग्राम के जिला प्रमुख प्रकाश नेगी, विद्यालय के प्रधानाध्यापक अरविंद सिंह सोलंकी, सहायक अध्यापक उषा चौधरी, मीना घिल्डियाल, मधुलिका, वीरेंद्र उनियाल, भोजन माताएँ लक्ष्मी देवी, विमला देवी, नीलिमा थापा सहित 50 छात्र-छात्राएँ उपस्थित थे।
यह समर कैंप निश्चित रूप से छात्रों के भाषाई ज्ञान और समग्र विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा।