हर कोई मुझसे कहता था कि उत्तराखंड में कांग्रेस सरकार ले आओगे नः हरीश रावत
वर्किंग कमेटी की बैठक के लिए दिल्ली जाते हुए बोले रावत, सोनिया जी की तरफ कैसे देखूंगा
देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में पराजय का सामना कर चुकी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत का कहना है, वो मानते हैं कि देश में कोई दूसरी पार्टी ऐसी नहीं है जो पैन इंडिया स्वरूप ग्रहण करने में सक्षम हो और भाजपा का सशक्त विकल्प लोकतांत्रिक विकल्प प्रस्तुत कर सके, टुकड़े-टुकड़े में कुछ लोग कोशिश कर रहे हैं। मगर उनके डीएनए में वह सब नहीं है जो कांग्रेस की डीएनए में है।
हरीश रावत रविवार शाम वर्किंग कमेटी की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली जा रहे हैं। उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से कहा, दिल्ली की ओर जाने की कल्पना मात्र से मेरे पांव मन-मन भर भारी हो जाए, कैसे सोनिया जी के चेहरे की तरफ देखूंगा! कितना विश्वास था, उनका मुझ पर, देश के शीर्षस्थ सभी कांग्रेसजनों का मुझ पर बहुत बड़ा विश्वास था और हर कोई मुझसे कहता था कि उत्तराखंड में कांग्रेस सरकार ले आओगे न!
देश के शीर्षस्थ सभी कांग्रेसजनों का मुझ पर बहुत बड़ा विश्वास था और हर कोई मुझसे कहता था कि..https://t.co/tczTiMYNBh जिसके ऊपर केवल नारे में सबका विश्वास नहीं बल्कि वास्तविक अर्थों में सबका विश्वास हो।#uttarakhand #Congress @INCIndia #SoniyaGandhi @RahulGandhi @priyankagandhi
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) March 13, 2022
उन्होंने लिखा कि, कहीं तो मेरी कुछ कमियां रही होंगी, जिससे मैं इतने बड़े विश्वास को कायम नहीं रख पाया और देश के सामान्य कांग्रेसजन का भी विश्वास था उत्तराखंड में हम कांग्रेस की सरकार ला रहे हैं। अब वास्तविकता यह है कि हम हारे ही नहीं हैं बल्कि हमारी हार कई और चिंताजनक संकेत भी दे रही है। राजनीति में एक स्तर तक पहुंचने के बाद व्यक्ति को व्यक्तिगत भावनाओं को अलग रखना होता है। वास्तविकता यह है पार्टी के सामने जो भविष्य की चुनौतियां हैं, उन चुनौतियों से पार पाना है, केवल हम राजनैतिक पार्टी बनें, सत्ता प्राप्त करें इसलिए नहीं, देश के लिए।
वो कहते हैं, मेरा आज भी मानना है कि देश के अंदर कोई दूसरी पार्टी ऐसी नहीं है जो पैन इंडिया स्वरूप ग्रहण करने में सक्षम हो और भाजपा का सशक्त विकल्प लोकतांत्रिक विकल्प प्रस्तुत कर सके, टुकड़े-टुकड़े में कुछ लोग कोशिश कर रहे हैं। मगर उनके डीएनए में वह सब नहीं है जो कांग्रेस की डीएनए में है। मगर हम कहीं न कहीं पर रणनीतिक चूक का शिकार हो रहे हैं या कुछ और ऐसी स्थितियां बन रही हैं कि हर बार हम जनता का विश्वास जीतने में विफल हो जा रहे हैं!
उन्होंने कहा, देशभर के कांग्रेसजनों और संवैधानिक लोकतंत्र के सेवकों और सामाजिक न्याय की शक्तियों की नजर आज भी कांग्रेस पर टिकी हुई है। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं, अपने ईष्ट देवता से प्रार्थना करता हूं कि मेरी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व/सीडब्ल्यूसी को इतनी शक्ति दें कि वो इस गहरे होते हुए अंधकार में भी कुछ ऐसी रोशनी पैदा कर सकें कि जिसके रास्ते न केवल पार्टी बल्कि भारत के लिए भी हम एक सशक्त लोकतांत्रिक विकल्प बन सकें, जिसके ऊपर केवल नारे में सबका विश्वास नहीं. बल्कि वास्तविक अर्थों में सबका विश्वास हो।