बच्चों और गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण के लिए मिशन इंद्रधनुष अभियान सात अगस्त से
प्रदेशभर में मिशन इन्द्रधनुष अभियान की तीन चरणों में होगी शुरुआत
देहरादून। राज्य में सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 (IIM- Intensified Mission Indradhanush 5.0) ) अभियान की शुरुआत तीन चरणों में सात से 12 अगस्त, 11 से 16 सितम्बर और नौ से 14 अक्तूबर 2023 को सभी जिलों में की जाएगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक रोहित मीना ने मीडिया को यह जानकारी दी।
निदेशक मीना ने बताया,सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान में पांच वर्ष की आयु तक के ड्रॉप आउट और लेफ्ट आउट बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं को छूटी हुई खुराक दी जानी है। साथ ही, अन्य टीकों के अलावा Measles and Rubella (MR) vaccines, Pneumococcal Conjugate vaccine (PCV) और Inactivated Polio Vaccine (IPV) की 3rd dose के कवरेज में सुधार पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया, भारत सरकार ने देश में मीजिल्स तथा रूबेला के उन्मूलन पर वर्ष 2023 तक नियंत्रण का संकल्प लिया है। इसके लिए राज्य खसरा और रूबेला युक्त टीकों (MRCV) की दोनों खुराक के लिए 95 फीसदी कवरेज को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।
निदेशक के अनुसार, सभी जिलों में सघन मिशन इंद्रधनुष 5.0 U-WIN के माध्यम से पंजीकृत कर टीका लगाया जाना है। पूर्व में पायलट जिलों (हरिद्वार एवं पिथौरागढ़) में U-WIN के रूप में डिजिटलीकरण की शुरुआत की जा चुकी है। अन्य जनपदों में U-WIN portal का विस्तार किया जा रहा है। इसके लिए जिलों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। जिलों के मास्टर प्रशिक्षकों ने जिला एवं ब्लॉक स्तर पर cascade training दी है।
निदेशक मीना ने बताया, जिला स्तर पर आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं Head Count Survey कर रहे हैं। इसमें 05 अगस्त, 2023 को अपराह्न डेढ़ बजे तक कुल 807844 बच्चों का सर्वे किया जा चुका है। U-WIN में पांच अगस्त, 2023 के डेढ़ बजे तक कुल 1212 गर्भवती महिलाओं तथा पांच वर्ष की आयु तक के कुल 8924 बच्चों का प्री-रजिस्ट्रेशन किया जा चुका है। प्री-रजिस्ट्रेशन एएनएम, आशा कार्यकर्ता कर रहे हैं।
निदेशक रोहित मीना ने बताया, पंचायती-राज/सूचना एवं संचार विभाग को अपने स्तर से अभियान के संबंध में Broadcasting करना है। विद्यालयी शिक्षा विभाग को स्कूली शिक्षकों और शिक्षा मित्रों के माध्यम से स्कूलों में आईएमआई सत्रों के आयोजन के लिए परिवारों को जागरूक करना है। स्कूलों में प्रातः कालीन प्रार्थना में टीकाकरण के महत्व एवं आगामी मिशन इन्द्रधनुष के बारे में सभी विद्यार्थियों को जागरूक किया जाए, ताकि वो अपने अभिभावकों एवं आस-पास के लोगों को जीरो से पांच वर्ष तक के बच्चों को सेशन साइट तक ले जाने के लिए प्रेरित करें।