उत्तराखंड चुनावः रामनगर से चुनाव लड़ने के लिए हरीश रावत यह बोले
पूर्व सीएम रावत ने रामनगर को बताया राजनीतिक जीवन की पाठशाला
देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री को कांग्रेस ने उत्तराखंड की रामनगर सीट से प्रत्याशी घोषित किया है। उनके रामनगर से चुनाव लड़ने को लेकर कांग्रेस का एक धड़ा विरोध कर रहा है। विरोध करने वाले वो हैं, जो कभी उनके सबसे खास हुआ करते थे। इस बीच, रावत ने एक बयान जारी किया है, जिसके अनुसार, वो बहुत समय से चाह रहे थे कि रामनगर से चुनाव लड़ें। पार्टी ने उनको रामनगर से लड़ने का अवसर दिया, इसके लिए वो आभारी हैं। इससे साफ है कि रावत किसी और सीट से नहीं, बल्कि रामनगर से ही चुनाव लड़ेंगे।
सोशल मीडिया पोस्ट पर रावत लिखते हैं, बहुत समय से रामनगर से चुनाव लड़ने की आकांक्षा थी। उन्होंने रामनगर से जुड़ी अपनी यादों को साझा करते हुए कहा, मैंने अपने राजनीतिक जीवन की अ-आ, क-ख भी रामनगर में ही सीखी।
#Ramnagar
मैं आभारी हूँ पार्टी नेतृत्व का उन्होंने मुझे रामनगर की जनता जनार्दन का आशीर्वाद पाने के लिए अधिकृत..https://t.co/K4sue1z6X2..आपका आशीर्वाद प्राप्त कर पूरा कर पाऊंगा।
"जय उत्तराखंड, जय उत्तराखंडियत-जय रामनगर"।#uttarakhand@INCIndia @RahulGandhi @INCUttarakhand pic.twitter.com/US3YjewgUB— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) January 25, 2022
रावत ने रामनगर के उन लोगों को याद किया, जिन्होंने उन्होंने राजनीति के बारे में जाना। वो कहते हैं, उस समय के बहुत सारे साथी, सहयोगी आज भी मुझे बहुत याद आते हैं, क्योंकि उस समय की दोस्ती निश्चल दोस्ती होती थी। उसमें आज की राजनीति के छल, फरेब, घमंड, अहंकार आदि नहीं थे, जैसे दिखते थे, वैसे ही कहते थे।
पूर्व सीएम कहते हैं, मेरे अंदर का वो हरीश रावत जो रामनगर से कुछ सीख कर आगे बढ़ा, कभी भी बूढ़ा नहीं हुआ, कभी थक कर के सोया नहीं। मन के कोने में हमेशा रामनगर के लिए एक लालसा रही। उन्होंने मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान रामनगर के लिए कराए कार्यों का जिक्र भी किया और अपनी योजनाओं के बारे में बताया।