लौंग में है कई बीमारियों को भगाने की ताकत
आयुर्वेद में लौंग का काफी महत्व है। लौंग को कई रोगों के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि यह एक तरह का मसाला है, जो भारतीय भोजन में काफी प्रयोग की जाती है। अगर रोजाना लौंग का सेवन किया जाए तो यह कई तरह की बीमारियों को दूर करती है।
लौंग में मौजूद यूजेनॉल साइनस और दांद दर्द जैसी स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को दूर करने में सहयोग करता है। सर्दी जुकाम होने पर लौंग खाने या फिर इसकी चाय पीने से भी फायदा मिलता है। लौंग मुंह और सांस की बदबू को दूर करती है। लौंग को चूसने से खांसी की समस्या नहीं रहती। जब तक मुंह में लौंग है, खासी नहीं आ सकती।
लौंग के तेल की कुछ बूंदों को साफ कपड़े या रूमाल पर लगाकर रखें और इसको कुछ समय के अंतराल पर सूंघने से जुकाम की दिक्कत नहीं रहती। नाक बंद होने की समस्या से भी छुटकारा मिल जाता है। लौंग को पिसकर हलके गर्म पानी में मिला लें। इसको पीने से जी मचलने और ज्यादा प्यास लगने की समस्या नहीं होती।
लौंग को पीसकर इसका लेप सिर में लगाने से सिरदर्द दूर हो जाता है। इसका तेल भी सिर में लगा सकते हैं, आराम मिलेगा। गर्म तवे पर लौंग को भूनने के बाद पीस लें। पीसी हुई लौंग को शहद में मिलाकर चाटने से काली खांसी में आराम मिलता है। पीसी हुई लौंग में मिश्री मिलाकर शरबत बना लें। यह शरबत पीने से हृदय की जलन मिट जाती है। इसके अलावा लौंग के और भी बहुत सारे फायदे हैं।