
कोरोनेशन चिकित्सालय के नए फैसले: ‘रक्त गरुड़’ अगले माह से, मरीजों को राहत मिलेगी
जिलाधिकारी सविन बंसल की अध्यक्षता में चिकित्सा प्रबंधन समिति की पहली त्रैमासिक बैठक
देहरादून, 08 अप्रैल 2025
जिलाधिकारी सविन बंसल की अध्यक्षता में सोमवार 8 अप्रैल, 2025 को ऋषिपर्णा सभागार, कलेक्ट्रेट परिसर में चिकित्सा प्रबंधन समिति की पहली त्रैमासिक बैठक हुई। इस बैठक में राजकीय जिला चिकित्सालय (कोरोनेशन) देहरादून में चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। पिछले वित्तीय वर्ष का आय-व्यय विवरण प्रस्तुत किया गया और चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 9.07 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी गई।
तीमारदारों की परेशानी होगी दूर, ‘रक्त गरुड़’ की तैनाती
अगले माह से जिला चिकित्सालय में ‘रक्त गरुड़’ नामक इलेक्ट्रिक वाहन तैनात होगा। यह वाहन तीमारदारों को अन्य अस्पतालों से ब्लड और दवाइयां लाने में मदद करेगा। डीएम ने अटल आयुष्मान योजना के तहत वाहन खरीदने और पीआरडी से चालक की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। यह सुविधा न्यूनतम शुल्क पर उपलब्ध होगी।
अब ठेके का खाना बंद, मरीजों को मिलेगा पौष्टिक आहार
कोरोनेशन अस्पताल में अब ठेके का खाना बंद होगा। मरीजों को हिलांस कैंटीन के माध्यम से गुणवत्तापूर्ण और पौष्टिक आहार मिलेगा। महिला स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) द्वारा किचन संचालित किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) को सौंपी गई है। डीएम ने एक माह में किचन की SOP तैयार करने और संचालन शुरू करने के निर्देश दिए। इससे मरीजों को स्वच्छ भोजन मिलेगा और महिलाओं की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।
नवजात शिशुओं के लिए SNCU का विस्तार
हाल ही में शुरू हुई 6 बेड की स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट (SNCU) को डीएम ने 12 बेड तक विस्तार करने के निर्देश दिए। इससे नवजात शिशुओं को बेहतर इलाज मिल सकेगा।
प्रसव रेफरल पर डीएम की नाराजगी, जांच के आदेश
अस्पताल से प्रसव मामलों में रेफरल का प्रतिशत अधिक होने पर डीएम ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को मसूरी में गायनोलॉजिस्ट और कोरोनेशन में निश्चेतक (एनेस्थेटिस्ट) के कार्यों की विस्तृत जांच करने को कहा। डीएम ने रेफरल कम करने के लिए सुधार के सख्त निर्देश दिए।
ब्लड बैंक और हिलांस कैंटीन का निर्माण तेज
ब्लड बैंक और हिलांस कैंटीन का निर्माण तेजी से चल रहा है। डीएम ने कार्य में और गति लाने के निर्देश दिए, ताकि जल्द उद्घाटन हो सके।
फार्मासिस्ट की कमी दूर, आउटसोर्सिंग से व्यवस्था
अस्पताल में फार्मासिस्ट और फिजिशियन की कमी को देखते हुए डीएम ने आउटसोर्सिंग से दो फार्मासिस्ट नियुक्त करने और महात्मा गांधी नेत्र चिकित्सालय से फिजिशियन की तैनाती के निर्देश दिए।
नए STP के लिए त्वरित कदम
पुराने भवन के लिए नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) के लिए NHM से धन स्वीकृत हो चुका है। डीएम ने ब्लड बैंक निर्माण करने वाली संस्था को कार्यदायी संस्था नियुक्त कर तत्काल काम शुरू करने को कहा।
बजट और आय-व्यय का विवरण
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि अप्रैल 2024 से मार्च 2025 तक अस्पताल की आय 14.07 करोड़ और व्यय 13.82 करोड़ रुपये रहा। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 9.07 करोड़ के बजट को मंजूरी दी गई, जिसमें उपकरण, रखरखाव और आउटसोर्स कर्मियों के मानदेय के लिए 94.99 लाख रुपये शामिल हैं।
डीएम के सख्त निर्देश: मरीजों को मिले बेहतर सुविधा
जिलाधिकारी ने कहा कि अस्पताल में मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिलें और तीमारदारों को परेशानी न हो। समिति के सदस्यों को नियमित निरीक्षण और सुझाव देने के लिए प्रोत्साहित किया गया। बैठक में निर्माणाधीन सुविधाओं जैसे ब्रेस्टफीडिंग कॉर्नर, बर्न वार्ड, और बाल चिकित्सा वार्ड की समीक्षा भी की गई।