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पाई को तो जानते ही होंगे आप, 14 मार्च को है उसका दिन

पाई तो आप जानते हो न। वहीं पाई जो आप गणित में इस्तेमाल करते हो, जो 3.14 के बराबर होता है। वैसे तो यह ऐसा संख्या है, जिसको दशमलव के बाद लिखते जाओ, बस लिखते जाओ, खत्म होने का नाम ही नहीं लेती। वैसे पाई के बारे में बता दें, यह एक विशेष संख्या है जो किसी भी वृत्त की परिक्रमा का नापने में इस्तेमाल होती है। यह परिक्रमा यानी परिधि को जानने में मदद करती है। यह ग्रीक वर्णमाला का अक्षर है। ग्रीक वर्णमाला में यह 16वें नंबर पर है।

पाई को करीब 3.14 मान दिया गया है, इसलिए इसको हर साल तीसरे महीने यानी मार्च की 14 तारीख को मनाया जाता है। क्या आपको मालूम है कि 14 मार्च को महान वैज्ञानिक आइंस्टीन का जन्मदिन है। साइंस की दुनिया में यह दिन बहुत महत्वपूर्ण है। आपको बता दें कि 2009 में अमेरिका के हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव ने भी पाई डे मनाने की स्वीकृति दी थी, जिसके बाद से यह दिवस केवल अमेरिका में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में मनाया जाने लगा।

हजारों वर्षों से लोग जान रहे हैं कि किसी वृत्त की परिधि ( वृत्त की एक परिक्रमा में चली गई दूरी) और उसके व्यास ( केंद्र से होकर परिधि के किन्हीं दो बिन्दुओं को मिलाने वाली रेखा की नाप) के बीच एक विशेष संबंध है। वृत्त यानी सर्कल कितना भी बड़ा या छोटा क्यों न हो, परिधि और व्यास के बीच संबंध समान रहता है। यह अनुपात पाई (pi) है, जिसका अर्थ है कि परिधि हमेशा व्यास से लगभग 3.14 गुना अधिक होगी।

पाई का मान 3.14 को एकदम सटीक माना जाता है। बहुत लोग इसका मान 3.14159 इस्तेमाल करते हैं, लेकिन यह बिल्कुल भी सही नहीं माना जाता,क्योंकि पाई में दशमलव बिंदु के दाईं ओर के अंक लिखते जाओ, पर कभी समाप्त नहीं होते। कुछ लोग इसे चुनौती के रूप में देखते हैं। वर्षों से, लोग पाई के कई अंकों की गणना करने की कोशिश कर रहे हैं, जैसा कि वे कर सकते हैं। पहले तो वे केवल कुछ ही अंक प्राप्त कर सकते थे। 1699 तक, गणित विशेषज्ञ पाई को 71 अंकों की गणना करने में सक्षम थे। 1946 में डैनियल फर्ग्यूसन ने पाई को 620 अंकों की गणना की, जो एक कैलकुलेटर के बिना रिकॉर्ड है।

बहुत से लोगों के लिए, पाई के अंकों को याद रखना, इसकी गणना करना एक बड़ी चुनौती है। स्मृति से पाई के अंकों को दोहराने का विश्व रिकॉर्ड 2015 में भारत के 21 वर्षीय राजवीर मीणा के नाम है। वह 70,000 अंकों को याद करने में सक्षम पाए गए। इसमें उन्हें लगभग 9 घंटे 27 मिनट लगे।

यह भी जानिये

पाई या π एक गणितीय नियतांक है, जिसका संख्यात्मक मान किसी वृत्त की परिधि और उसके व्यास के अनुपात के बराबर होता है। इस अनुपात के लिये π संकेत का प्रयोग सबसे पहले वर्ष 1706 में विलियम जोन्स ने किया। इसका मान लगभग 3.14159 के बराबर होता है। यह एक अपरिमेय राशि है। पाई सबसे महत्वपूर्ण गणितीय एवं भौतिक नियतांकों में से एक है। गणित, विज्ञान एवं इंजीनियरिंग के बहुत से सूत्रों में π  का इस्तेमाल होता है।

 

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Rajesh Pandey

उत्तराखंड के देहरादून जिला अंतर्गत डोईवाला नगर पालिका का रहने वाला हूं। 1996 से पत्रकारिता का छात्र हूं। हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश आज भी जारी है। लगभग 20 साल हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। बच्चों सहित हर आयु वर्ग के लिए सौ से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। स्कूलों एवं संस्थाओं के माध्यम से बच्चों के बीच जाकर उनको कहानियां सुनाने का सिलसिला आज भी जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। रुद्रप्रयाग के खड़पतियाखाल स्थित मानव भारती संस्था की पहल सामुदायिक रेडियो ‘रेडियो केदार’ के लिए काम करने के दौरान पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया। सामुदायिक जुड़ाव के लिए गांवों में जाकर लोगों से संवाद करना, विभिन्न मुद्दों पर उनको जागरूक करना, कुछ अपनी कहना और बहुत सारी बातें उनकी सुनना अच्छा लगता है। ऋषिकेश में महिला कीर्तन मंडलियों के माध्यम के स्वच्छता का संदेश देने की पहल की। छह माह ढालवाला, जिला टिहरी गढ़वाल स्थित रेडियो ऋषिकेश में सेवाएं प्रदान कीं। बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहता हूं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता: बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी संपर्क कर सकते हैं: प्रेमनगर बाजार, डोईवाला जिला- देहरादून, उत्तराखंड-248140 राजेश पांडेय Email: rajeshpandeydw@gmail.com Phone: +91 9760097344

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