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UKPSC: GIC, GGIC में Principals Post पर खास अपडेट, आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ी

ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 09 अप्रैल, 2024 तक विस्तारित की गई

हरिद्वार। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने राजकीय इंटर कॉलेज एवं राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य/ प्रधानाचार्या सीमित विभागीय परीक्षा के लिए 14 मार्च, 2024 से तीन अप्रैल 2024 तक ऑनलाइन आवेदन पत्र आमंत्रित किए हैं। इस विज्ञापन के संबंध में अभ्यर्थियों के प्रत्यावेदनों पर आयोग ने अनिवार्य शैक्षिक अर्हता स्नातकोत्तर के अन्तर्गत M.Ed. (Master of Education) की उपाधि धारित करने वाले अभ्यर्थियों को प्रश्नगत विज्ञापन के सापेक्ष ऑनलाइन आवेदन किए जाने की अनुमति देने का निर्णय लिया है।

देखें- अधिक जानकारी के लिए आयोग का शॉर्ट नोटिफिकेशन 

देखें- अधिक जानकारी के आयोग का लॉंग नोटिफिकेशन

आयोग के अनुसार, निर्णय के अनुसार राजकीय इंटर कॉलेज एवं राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में प्रधानाचार्य / प्रधानाचार्या सीमित विभागीय परीक्षा – 2024  हेतु सभी अभ्यर्थियों के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि तथा ऑनलाइन आवेदन शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि दिनांक 09 अप्रैल, 2024 तक विस्तारित की जाती है।

उक्त के अतिरिक्त विज्ञापन के अतिमहत्वपूर्ण निर्देशों के बिन्दु संख्या 8 के अनुसार ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 09.04.2024 तक आवेदन प्रकिया पूर्ण करने वाले अभ्यर्थियों को अंतिम अवसर प्रदान करने के लिए ऑनलाइन आवेदन में की गई प्रविष्टियों में संशोधन / परिवर्तन (Edit/Correction) किए जाने के लिए केवल एक बार के लिए आयोग की वेबसाइट psc.uk.gov.in पर online edit window लिंक दिनांक 15.04.2024 से 24.04.2024  खोला जाएगा। अभ्यर्थी विस्तृत जानकारी हेतु आयोग की वेबसाइट पर प्रसारित विस्तृत विज्ञप्ति का अवलोकन करें। विज्ञापन की अन्य शर्तें एवं नियम यथावत रहेंगे।

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Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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