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पेराई सत्र समाप्ति के नोटिस पर गुस्साए किसानों का चीनी मिल पर प्रदर्शन

किसानों के हित में निर्णय नहीं लिया तो आंदोलन तेज करेंगे किसानः  मोहित उनियाल

डोईवाला। खेतों में गन्ना खड़ा होने के बाद भी पेराई सत्र समाप्ति का नोटिस दिए जाने से गुस्साए किसानों ने परवादून जिला कांग्रेस के नेतृत्व में डोईवाला चीनी मिल में मुख्य गन्ना प्रबंधक का घेराव किया। इस दौरान जमकर नारेबाजी की गई। परवादून जिला कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल ने कहा, यदि चीनी मिल प्रशासन ने किसानों के पास मौजूद गन्ना लिए बिना ही पेराई बंद की तो आंदोलन किया जाएगा।

रविवार सुबह बड़ी संख्या में किसान और कांग्रेस कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल के नेतृत्व में चीनी मिल पहुंचे। किसानों ने चीनी मिल में मुख्य गन्ना प्रबंधक सिद्धार्थ दीक्षित से मुलाकात की और उनको अधिशासी निदेशक को संबोधित ज्ञापन सौंपा। उचित आश्वासन नहीं मिलने पर किसानों ने चीनी मिल प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए मिल अधिकारियों का घेराव शुरू कर दिया।

गुस्साए किसानों चीनी मिल प्रशासन पर उनका उत्पीड़न करने और किसानों के अहित में निर्णय लेने का आरोप लगाया। किसानों का कहना था कि चीनी मिल पेराई सत्र को डेढ़ माह पहले ही समाप्त करने की जिद्द पर अड़ा है, जबकि खेतों में गन्ना खड़ा है। उन्होंने कहा, यदि मिल प्रशासन ने खेतों में मौजूद सारा गन्ना नहीं लिया तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।

कांग्रेस के जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल ने कहा, गन्ना किसान कड़ाके की सर्दी और बारिश के समय में भी खेतों में काम करके गन्ना छिलाई कर रहे हैं। पर, मिल प्रशासन का रवैया यह है कि वो किसानों को नोटिस पर नोटिस देकर पेराई बंद करने की बात कर रहे हैं। किसानों पर इस तरह का अनुचित दबाव बनाया जाना जनहित में नहीं है। समय पर भुगतान नहीं होने की वजह से किसान पहले से ही कर्जे में डूब रहा है, इसके ऊपर सारा गन्ना लिए बिना ही पेराई बंद करने का नोटिस देना अन्यायपूर्ण कार्यवाही है। यदि किसानों पर अनावश्यक दबाव बनाया गया तो व्यापक स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।

डोईवाला गन्ना समिति अध्यक्ष मनोज नौटियाल ने कहा कि सैकड़ों किसानों के खेतों में गन्ना खड़ा होने के बाद भी मिल प्रशासन पेराई सत्र पूरा होने की घोषणा करने जा रहा है, इससे किसानों में गुस्सा है। उन्होंने कहा, जब तक खेतों में गन्ना खड़ा है समिति चीनी मिल को एनओसी नहीं देगी। उनकी गन्ना समिति से 5500 रेगुलर और 8400 दूसरे किसान जुड़े हुए हैं।

डोईवाला कांग्रेस नगर अध्यक्ष करतार नेगी व माजरी कांग्रेस मंडलम् अध्यक्ष तेजपाल सिंह मोंटी ने कहा, किसानों के हित में निर्णय नहीं लिया गया तो सभी किसान एकजुट होकर आंदोलन करेंगे।

कांग्रेस प्रदेश सचिव सागर मनवाल ने कहा, मिल प्रशासन किसानों को समय दे, ताकि वो किसी भी नुकसान से बच सकें।

इस मौके पर कांग्रेस परवादून जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल, डोईवाला गन्ना समिति अध्यक्ष मनोज नौटियाल,कांग्रेस प्रदेश सचिव सागर मनवाल, डोईवाला कांग्रेस नगर अध्यक्ष करतार नेगी, पूर्व ग्राम प्रधान उमेद बोरा, माजरी कांग्रेस मंडलम् अध्यक्ष तेजपाल सिंह मोंटी, डोईवाला संयुक्त किसान मोर्चा अध्यक्ष ताजेंद्र सिंह ताज, भारतीय किसान यूनियन टिकैत जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह खालसा, कांग्रेस जिला महासचिव कमल अरोड़ा, लच्छीवाला ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष गौरव मल्होत्रा, प्रेमनगर कांग्रेस मंडलम् अध्यक्ष देवराज सावन, महिपाल सिंह रावत, अजीत सिंह, सुखविंद्र सिंह, प्रताप सिंह, रविंद्र सिंह, जसबीर सिंह, हरजिंदर सिंह, गजराज, चंदन सिंह, दिलराज सिंह आदि उपस्थित रहे।

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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