FeaturedReligion

महाकुम्भ मेले में किये जा रहे कार्यों को मुख्यमंत्री ने सराहा

हरिद्वार। बुधवार को हरिद्वार में कुम्भ मेला कार्यों का निरीक्षण करने के बाद मीडिया से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कुम्भ मेले की व्यवस्थाओं के लिए किए जा रहे कार्यों के प्रति संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कुम्भ मेले के लिये जारी एसओपी का सभी से अनुपालन करने की अपेक्षा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरिद्वार कुम्भ क्षेत्र की बाह्य सज्जा बेहतर हुई है। एनएच से संबंधित सभी आवश्यक कार्य लगभग पूर्ण हो चुके हैं। इससे यातायात का संचालन बेहतर तरीके से हो सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के कारण हर क्षेत्र प्रभावित हुआ है। हम भी अभी इससे पूरी तरह ऊबर नही पाए हैं।

उन्होंने कुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए सभी से कुम्भ से संबंधित एसओपी का अनुपालन करने की अपेक्षा की। सीएम ने कहा कि हम स्वयं सुरक्षित रहकर ही दूसरों को भी सुरक्षित रख सकेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को स्नान करने में कोई कठिनाई न हो, इसके लिये प्रभावी प्रयास किए जा रहे हैं। कुम्भ मेले के लिये निर्मित किए जा रहे सभी आवश्यक सुविधाओं से युक्त बेस अस्पताल का निर्माण अंतिम चरण में है। इसमें श्रद्धालुओं को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। इसके साथ ही मीडिया कर्मियों को कुम्भ मेले की कवरेज के लिए सभी आवश्यक अत्याधुनिक संचार उपकरणों से युक्त मीडिया सेंटर की स्थापना का कार्य भी प्रगति पर है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड काल में जनजीवन को सुरक्षित रखने का हमारा प्रयास रहा है। इसके दृष्टिगत सभी को परेशानी हुई है। इसमें हरिद्वार के लोग भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हम अब इस बुरे दौर से उबरने लगे हैं। राज्य सरकार सभी की मदद के लिए तत्पर है।

मुख्यमंत्री ने सभी अखाड़ों के संत-महात्माओं का आशीर्वाद लिया। सभी ने दिव्य और भव्य कुम्भ की व्यवस्थाओं के प्रति संतोष जताया है। उन्होंने कहा कि कुम्भ की व्यवस्थाओं के प्रति संतों में कोई नाराजगी नहीं है। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि हम सभी के सहयोग से दिव्य एवं भव्य कुम्भ के सफल आयोजन में सफल होंगे।

Key Words
Haridwar Kumbh Mela 2021, National Highway Construction in Uttarakhand, Kumbh Mela Guideline, Chief Minister of Uttarakhand

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button