आपदा से सीखें और सुरक्षित भविष्य की तैयारी करें
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि यह दिवस हमारे सैनिकों, अर्द्धसैनिक बलों और पुलिस को समर्पित किया जाता है, जो अपनी जान जोखिम में डालकर हमेशा लोगों की सुरक्षा को लेकर तैयार होते हैं।
उन्होंने कहा कि 04 मार्च से 10 मार्च तक सुरक्षा की दृष्टि से औद्योगिक दुर्घटनाओं और सड़क दुर्घटनाओं के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए हर वर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता है। 04 मार्च 1972 से प्रतिवर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया जा रहा है। इस साल राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की थीम ‘आपदा से सीखें और सुरक्षित भविष्य की तैयारी करें’ है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि आपदाओं से हम सबक सीखें और कैसे लोगों को सुरक्षित रख सखते हैं, इस पर चितंन-मनन होगा। सुरक्षा में लगी सभी एजेंसियों को भी मुख्यमंत्री ने शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड आपदा की दृष्टि से संवेदशील राज्य है। आपदा प्रबंधन की दृष्टि से राज्य में अनेक कार्य किए जा रहे हैं। राज्य में इन्सीडेंट रिस्पांस सिस्टम को काफी मजबूत किया गया है।
Key Words
National Security Day, Disaster in Uttarakhand, Disaster Sensitive Area in Uttarakhand, Chief Minister of Uttarakhand