
उत्तराखंड में इमरजेंसी सेवा में मरीज को 10 मिनट के अंदर मिलेगा इलाजः स्वास्थ्य सचिव
उत्तराखंड में नये साल पर अलर्ट मोड़ पर रहेंगे सभी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज, स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एसओपी
लापरवाही होने पर संबधित मेडिकल कॉलेज के एमएस या प्राचार्य की जवाबदेही होगीः डॉ आर राजेश कुमार
देहरादून। उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग ने नये साल के जश्न के दौरान सभी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रहने के आदेश दिए हैं। स्वास्थ्य सचिव डा. आर. राजेश कुमार ने सभी राजकीय मेडिकल कालेजों और सरकारी अस्पतालों को निर्देश दिए हैं कि आपातकालीन चिकित्सा प्रबंधन को और अधिक दुरस्त किया जाए। आपातकालीन प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने नई गाइडलाइन (एसओपी) जारी की है। सभी अस्पतालों से इस गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार ने कहा कि नये साल और शीतकालीन चारधाम यात्रा के दौरान सभी अस्पतालों को इमरजेंसी मैनेजमेंट की व्यवस्था को बेहतर बनाने के निर्देश दिए हैं।
प्रदेश में आपातकालीन प्रबंधन को लेकर राजकीय मेडिकल कालेजों के प्राचार्यों की एक बैैठक हुई। राजकीय मेडिकल कालेज देहरादून सहित प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों के साथ इमरजेंसी मैनेजमेंट को लेकर विचार विमर्श किया गया।
आपातकालीन प्रबंधन के तहत ट्राइएज के तहत मरीजों की तेजी से जांच की जाती है। इसके अलावा क्लीनिक प्रोटोकॉल, डाक्यूमेंटेशन और क्वालिटी एश्योरेंस को लेकर भी गाइडलाइन बनाई गई है।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने बताया कि गंभीर मरीजों को 10 मिनट के अंदर इलाज मिलना सुनिश्चित किया जाएगा। इस संबध में लापरवाही होने पर संबधित मेडिकल कॉलेज के एमएस या प्राचार्य की जवाबदेही होगी।