
India second largest honey exporter 2025
Dehradun | News Live 24×7.com, 03 November, 2025
India second largest honey exporter 2025: भारत अभी दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा शहद निर्यातक है, जो वर्ष 2020 में नौवें स्थान पर था। वर्ष 2024 में भारत ने 1.4 लाख मीट्रिक टन प्राकृतिक शहद का उत्पादन किया। वर्ष 2023-24 में 1.07 लाख मीट्रिक टन प्राकृतिक शहद का निर्यात किया, जिसकी कुल राशि 177.55 मिलियन डॉलर थी।
एपेडा और क्रिसिल द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई 2025 में भारत चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा शहद निर्यातक देश बन गया था, जबकि वर्ष 2020 में इसकी रैंकिंग नौंवी थी।
भारत प्राकृतिक शहद की कई वैरायटी का निर्यात करता है, जिनमे रेपसीड / सरसों शहद, यूक्लिप्टस शहद, लीची शहद, सूरजमुखी शहद आदि शामिल हैं। देश के बड़े शहद उत्पादक राज्यों में उत्तर प्रदेश (17 प्रतिशत), पश्चिम बंगाल (16 प्रतिशत), पंजाब (14 प्रतिशत), बिहार (12 प्रतिशत) और राजस्थान ( 9 प्रतिशत) शामिल हैं।
भारत से जिन प्रमुख देशों में शहद का निर्यात किया जाता है- उनमें अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर और लीबिया प्रमुख देश हैं।
India second largest honey exporter 2025
वर्ष 2020 -21 में 96.77 मिलियन डॉलर मूल्य का कुल 59. 999 मिलियन टन शहद का निर्यात किया गया, जिसके बाद वर्ष 2023 -24 में करीब 1.07 लाख मीट्रिक टन शहद का निर्यात भारत ने किया, जिसका कुल मूल्य 177. 52 मिलियन अमेरिकी डॉलर था। यानी इस दौरान शहद के निर्यात में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है।
राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और शहद मिशन
राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और शहद मिशन एक केंद्र प्रायोजित योजना है, जिसका उद्देश्य मधुमक्खी पालन के संपूर्ण विकास को वैज्ञानिक तरीके से बढ़ावा देना है। इसका अंतिम लक्ष्य देश में मीठी क्रांति का शुभागमन लाना है। इस मिशन का कुल बजट आवंटन 500 करोड़ रुपये है जिसे वर्ष 2020-21 से 2025-26 के बीच क्रियान्वित किया जा रहा है।
राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड यानी एनबीबी राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और शहद मिशन की प्रमुख क्रियान्वयन एजेंसी है। राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और शहद मिशन का क्रियान्वन तीन मिनी मिशन के मार्फत किया जाता है, जो शहद उत्पादकता में सुधार, उत्पादन उपरांत प्रबंधन और शोध व तकनीक के उन्नयन पर केंद्रित है।
मधुमक्खी पालन को प्रोत्साहन देने के लिए मधु क्रांति पोर्टल निर्मित किया गया है जिसमें शहद उत्पादन के सभी स्रोतों की पहचान कर उन उत्पादकों का ऑनलाइन पंजीकरण किया जाता है।
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मधु क्रांति पोर्टल के जरिये शहद व मधुमक्खी पालन से जुड़े अन्य उत्पादों के स्रोतों की पहचान और इसके ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शहद व मधुमक्खी पालन से जुड़े अन्य उत्पादों के स्रोतों की पहचान और इसके ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का कार्य किया जाता है। 14 अक्टूबर 2025 तक करीब 14,859 मधुमक्खी पालक, 269 मधुमक्खी पालन व शहद सोसाइटी, 150 फर्म और 206 कंपनियों का रजिस्ट्रेशन मधु क्रांति पोर्टल पर किया गया है।
राष्ट्रीय मधुमक्खी शहद मिशन यानी एनबीएचएम का क्रियान्यवन तीन मिनी मिशन के माध्यम से किया जाता है, जो इस प्रकार हैं-
मिनी मिशन 1
वैज्ञानिक मधु पालन के तहत परागण क्रिया के जरिये विभिन्न फसलों के उत्पादन और उसकी उत्पादकता को बढ़ाने पर जोर देते हैं।
मिनी मिशन 2 यह मिशन मधुमक्खी पालन से जुड़े उत्पाद मिलने के बाद के प्रबंधन कार्य, मसलन शहद संग्रहण, प्रसंस्करण, भंडारण, विपणन और मूल्य वर्धन के लिए सभी जरुरी बुनियादी सुविधाओं को मुहैया करता है।
मिनी मिशन 3 यह मिशन देश के सभी क्षेत्रो के कृषि जलवायु परिस्थितियों के अनुकूल तरह तरह के शोध व विकास तथा प्रौद्योगिकी विकास पर ध्यान केंद्रित करता है।
साभार- पीआईबी













