रुद्रप्रयाग को सौगातः ऊखीमठ सीएचसी और मक्कूमठ बनेगा पीएचसी
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार ने किया स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण, जल्द जारी होगा शासनादेश
रुद्रप्रयाग। newslive24x7
प्रदेश सरकार रुद्रप्रयाग को दो सौगात देने जा रही है। स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार का कहना है कि ऊखीमठ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को उच्चीकृत कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया जाएगा। इसके अलावा, मक्कूमठ स्वास्थ्य उपकेंद्र को अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बदला जाएगा।
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत के निर्देश पर इस संबंध में जल्द ही शासनादेश जारी कर दिया जाएगा।
स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार रुद्रप्रयाग के दो दिवसीय दौरे पर हैं। स्वास्थ्य सचिव रुद्रप्रयाग के प्रभारी सचिव भी हैं।
उन्होंने ऊखीमठ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। इस सेंटर को अब उच्चीकृत कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाया जा रहा है। उन्होंने मक्कूमठ स्वास्थ्य उपकेंद्र का भी निरीक्षण किया और मेडिकल स्टाफ को मरीजों की उचित जांच और इलाज के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि दोनों स्वास्थ्य केंद्रों के उच्चीकरण की कार्यवाही तेजी पर है। मक्कूमठ में मानकों के तहत जनसंख्या कम है, लेकिन इसे भी पीएचसी के तौर पर उच्चीकृत किया जा रहा है, ताकि यहां के ग्रामीणों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
इसके बाद, स्वास्थ्य सचिव ने सोनप्रयाग और सीतापुर में आपदाग्रस्त क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण किया।
उन्होंने सिंचाई, लोक निर्माण और अन्य विभागों के अधिकारियों को आपस में समन्वय कर तेज गति से कार्य करने के निर्देश दिए।
प्रभारी सचिव ने बताया कि 31 जुलाई को अतिवृष्टि और भूस्खलन से केदारनाथ पैदल मार्ग और गौरीकुंड-सोनप्रयाग राजमार्ग को नुकसान हुआ था। उन्होंने बताया कि केदारनाथ यात्रा गति पकड़ रही है और वैकल्पिक पैदल मार्ग पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
उन्होंने कहा कि यह मार्ग अगले एक महीने पूरी तरह से ठीक हो जाएगा। सोन नदी के दाईं ओर चल रहे कार्य अगले 15 दिन में पूरे हो जाएंगे। नदी के बाईं ओर बाढ़ सुरक्षा का कार्य गतिमान हैै।
प्रभारी सचिव ने सोनप्रयाग बाजार में घोड़ापडाव का निरीक्षण भी किया। यहां क्षतिग्रस्त बाढ सुरक्षा दीवार की मरम्मत कर दी गई है। इसके अलावा सीतापुर में मन्दाकिनी नदी के डायवर्जन का कार्य पूर्ण किया जा चुका है तथा सीतापुर पार्किंग की बाढ़ सुरक्षा कार्य गतिमान है।