Dug DugiFeaturedTK DHINA DHINTK DHINA DHIN...TK DHINAA DHIN

डुग डुगी अक्तूबर 2020

DUG DUGI OCTOBER 2020

डुगडुगी के पांचवें अंक में राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय गल्जवाड़ी देहरादून में कक्षा 6 के छात्र केशव की कविताएं-

दो चूहे

दो चूहे थे मोटे मोटे
दौड़ रहे थे, भाग रहे थे
बिल्ली बोली म्याऊं म्याऊं
मैं आऊं, मैं आऊं
चूहे बोले,
ठहर जाओ
पहले हम छिप जाएं

 

स्वच्छता

एक दिन की बात

रीता के साथ जा रहा था

मोनू बाजार

लाता था आचार

रास्ते में एक आदमी खा रहा था केला

फेंक रहा था छिलका

मोनू ने आवाज देकर रोका

यहां मत फैलाओ गंदगी

स्वच्छता रखो अपना भारत

स्वच्छ अभियान शुरू करो

वह आदमी बोला माफ करना बेटा

कभी ना फैलाउंगा गंदगी

हमेशा कूड़ा कूड़ेदान में डालूंगा

 

आलू में कीटाणु

भालू खा रहा था आलू

आलू में था कीटाणु

ध्यान नहीं दिया भालू ने

आलू में था कीटाणु

खाने लगा फटाफट

खा लिया आलू के साथ कीटाणु भी

बाद में चला पता भालू को

जब पढ़ा वह बीमार

तब वह बोला क्या करूं मैं

यह है मेरी गलती

ध्यान रखना चाहिए था कि

आलू उगता है जमीन के अंदर

ना कि बाहर

 

Rajesh Pandey

राजेश पांडेय, देहरादून (उत्तराखंड) के डोईवाला नगर पालिका के निवासी है। पत्रकारिता में  26 वर्ष से अधिक का अनुभव हासिल है। लंबे समय तक हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर बच्चों के बीच कार्य शुरू किया।   बच्चों के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। दो किताबें जंगल में तक धिनाधिन और जिंदगी का तक धिनाधिन के लेखक हैं। इनके प्रकाशन के लिए सही मंच की तलाश जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाना चाहते हैं।  अपने मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे, जो इन दिनों नहीं चल रहा है। उत्तराखंड के बच्चों, खासकर दूरदराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों के लिए डुगडुगी नाम से ई पत्रिका का प्रकाशन किया।  बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहते हैं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता - बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी, मुख्य कार्य- कन्टेंट राइटिंग, एडिटिंग और रिपोर्टिंग

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