
लच्छीवाला टोल प्लाज के विरोध में कांग्रेस और कई संगठनों का हल्ला बोल
टोल प्लाजा पर बड़ी संख्या में दून, डोईवाला, ऋषिकेश व हरिद्वार से आए लोगों ने प्रदर्शन करके धरना दिया
- लच्छीवाला से टोल प्लाजा जल्द से जल्द नहीं हटाया तो बड़े आंदोलन की चेतावनी
- प्रदर्शनकारियों ने कहा, ढलान पर बने टोल प्लाजा पर होते हैं हादसे
- टोल प्लाजा को वाहन स्वामियों के आर्थिक उत्पीड़न का माध्यम बताया
- टोल प्लाजा पर लोगों के साथ अभद्रता एवं मारपीट की घटनाओं का आरोप
डोईवाला। 30 मार्च, 2025
लच्छीवाला टोल हटाने की मांग को लेकर परवादून जिला कांग्रेस के आह्वान पर बड़ी संख्या में कांग्रेसियों और देहरादून, डोईवाला, ऋषिकेश व हरिद्वार से आए लोगों ने टोल प्लाजा पर केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन दिया।
इस दौरान राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी और टैक्सी यूनियन ने भी टोल प्लाजा पर धरना देकर प्रदर्शन किया।
टोल प्लाजा पर प्रदर्शनकारियों ने टोल प्लाजा को हटाने की मांग को लेकर उपजिलाधिकारी अपर्णा ढौंडियाल के माध्यम से केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री को ज्ञापन भेजा।
इस मौके पर आयोजित सभाओं में लच्छीवाला टोल प्लाजा पर आए दिन होने वाली दुर्घटनाओ के लिए प्रदेश सरकार और प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा गया कि मानकों की अनदेखी करके बनाए गए टोल प्लाजा से होकर यात्रा करना सुरक्षित नहीं है। प्रदर्शनकारियों ने टोल प्लाजा को आर्थिक उत्पीड़न का जरिया करार देते हुए चेतावनी दी कि यदि इसको जल्द ही यहां से नहीं हटाया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
परवादून जिला कांग्रेस अध्यक्ष मोहित उनियाल के आह्वान पर टोल प्लाजा पर कांग्रेसियों के धरना- प्रदर्शन में शामिल हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा, इस हाईवे पर बहुत कम चलने वाले हरिद्वार, ऋषिकेश, कोटद्वार सहित पूरे गढ़वाल के वाहन चालकों को भी टैक्स देना पड़ रहा है, क्योंकि उनको देहरादून राजधानी आना है। पूर्व सीएम रावत ने कहा, इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाया जाएगा।
सभा में परवादून जिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष उनियाल ने कहा, बीते सोमवार टोल प्लाजा पर डंपर की चपेट में आने से कार सवार दो व्यक्तियों की मृत्यु हो गई। इस दर्दनाक दुर्घटना की वजह टोल प्लाजा पर मानकों का उल्लंघन है। सरकार और प्रशासन इन हादसों की जिम्मेदारी लेते हुए पीड़ित परिवारों से माफी मांगनी चाहिए और मृतकों के परिजनों को कम से कम 50-50 लाख रुपये का मुआवजा प्रदान किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, देहरादून की ओर से तेज ढलान पर बने टोल प्लाजा पर लोडेड भारी वाहनों की गति अनियंत्रित हो जाती है। तेज रफ्तार वाहन यहां भीषण दुर्घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। बीते सोमवार की दुर्घटना से पहले भी यहां इसी तरह के हादसे हुए हैं, पर सरकार, नेशनल हाईवे और जिला प्रशासन अंजान बने हैं, क्योंकि जनता का आर्थिक शोषण करते हुए टैक्स जो वसूला जा रहा है।
पीसीसी सदस्य गौरव चौधरी ने कहा, अब फिर टोल टैक्स की दरों में वृद्धि कर दी गई। पहले से ही महंगाई की मार झेल रही जनता पर आर्थिक लूट का एक और भार डाला जा रहा है, जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, लच्छीवाला टोल प्लाजा पर आए दिन वाहन स्वामियों से अभद्रता और मारपीट की घटनाएं होती हैं, लेकिन पुलिस और प्रशासन मौन साधे हैं। आसपास के क्षेत्रों से आने वाले वाहनों से वसूली करना न्यायसंगत नहीं है। स्थानीय जनता टोल प्लाजा से निजात पाना चाहती है। लच्छीवाला से टोल प्लाजा को जल्द से जल्द हटा लिया जाए, नहीं तो कांग्रेस जनता के साथ बड़ा आंदोलन करेगी।
डोईवाला कांग्रेस नगर अध्य्क्ष करतार नेगी ने कहा, वैसे से देश में वन विभाग के तमाम मानक हैं, जो जनता तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाने में बाधा बनते हैं, पर लच्छीवाला वन क्षेत्र में आने वाले इस एलीफेंट कॉरिडोर में टोल टैक्स वसूली के लिए सभी नियम ध्वस्त कर दिए गए। यहां से हाथियों की आवाजाही रहती है, पर वन्य जीवों और पर्यावरण को लेकर बड़ी बड़ी बातें करने वाली सरकार ने टोल प्लाजा के मामले में अनदेखी कर दी।
कांग्रेस नेता उमेद बोरा ने कहा, केंद्र और उत्तराखंड की सरकार जनता के हितों से खिलवाड़ कर रही है। सरकार को न तो यहां होने वाले हादसों की चिंता है और न ही जनता के आर्थिक नुकसान से उसका कोई वास्ता है। टोल टैक्स में बढोतरी करके लोगों को महंगाई के दुष्चक्र में फंसाया जा रहा है। यह उत्पीड़न बर्दाश्त से बाहर है, इसके खिलाफ एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए हमें बड़ा आंदोलन करना होगा।
कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत,परवादून कांग्रेस जिलाध्यक्ष मोहित उनियाल, पीसीसी सदस्य गौरव चौधरी, सेवादल प्रदेश अध्यक्ष हेमा पुरोहित, डोईवाला कांग्रेस नगर अध्यक्ष करतार नेगी, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, ऋषिकेश कांग्रेस अध्य्क्ष राकेश सिंह, मनोज नौटियाल, सागर मनवाल, पूर्व प्रधान राजेश गुरुंग, प्रदेश प्रवक्ता प्रमोद कपरुवांन, राहुल सैनी, सावन राठौर, प्रकाश नेगी, उमेद बोरा, जितेन्द्र कुमार, गौरव मल्होत्रा, अमित सैनी, देवराज सावन, सुशील सैनी, नौशाद अली, प्रवीण सैनी, आरिफ अली, रईस, मोइन खान, भारत भूषण, बलविन्दर सिंह, जितेन्द्र बर्थवाल, सुधांशु जोशी, अर्जुन रावत, शार्दूल नेगी, भव्य चमोला, यशवंत नेगी, विनोद कोठियाल, ताजेंद्र सिंह ताज, इंदरजीत सिंह, बलबीर सिंह, हरेंद्र बालियान, रोहित पांडे, सुनील थपलियाल, सचिन थापा, ग्राम प्रधान रेखा बहुगुणा, ललित मोहन मिश्र, प्रदीप रावत, सुनील बर्मन, अंशुल त्यागी, रेनु चुनारा, अफसाना अंसारी, रश्मि देवराड़ी, विनीत प्रसाद भट्ट, सौरभ ममगाई, हिमांशु रावत, सिद्धार्थ अग्रवाल, सरोजनी थपलियाल आदि उपस्थित रहे ।
वहीं, राष्ट्रीय रीजनल पार्टी की सभा में अध्यक्ष शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा, टोल प्लाजा पर जनता का आर्थिक रूप से उत्पीड़न हो रहा। यहां नियमों की अनदेखी की जा रही है। यह टोल प्लाजा मानकों के अनुरूप नहीं बनाया गया, इसीलिए यहां हादसे हो रहे हैं। इन हादसों के लिए सरकार का सिस्टम जिम्मेदार है। यदि टोल प्लाजा नहीं हटाया गया तो यहां बड़ा आंदोलन किया जाएगा।