देहरादून। न्यूज लाइव
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास देहरादून में चार धाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा की। श्रद्धालुओं की सुविधा के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने हरिद्वार व ऋषिकेश में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की संख्या 1500 से बढ़ाकर 2000 प्रतिदिन करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चार धाम यात्रा को सुगम व सुरक्षित बनाना हमारा उद्देश्य है। इस व्यवस्था से जुड़े सभी अधिकारी प्रतिबद्धता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में पेयजल की कमी दूर करने को प्रभावी कार्ययोजना तैयार करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जल संचय एवं जल संवर्द्धन के प्रति संजीदगी के साथ योजना बनाने पर ध्यान दिया जाए। इसे जन आंदोलन के रूप में संचालित करने के लिए आमजन को इससे जोड़ने के प्रयास हों। इसके लिए मुख्यमंत्री ने जल संचय, जल संवर्द्धन तथा भू-जल स्तर में सुधार के लिए बनायी जाने वाली कार्ययोजना के लिए सचिव शैलेश बगोली तथा विशेष सचिव पराग मधुकर धकाते को नोडल अधिकारी नामित किए जाने के भी निर्देश दिए हैं।
हरिद्वार पहुंचकर चारधाम यात्रा पंजीकरण केंद्र का निरीक्षण
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकुल मैदान, हरिद्वार में संचालित हो रहे चार धाम यात्रा पंजीकरण केन्द्र का स्थलीय निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पंजीकरण के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं से बातचीत कर व्यवस्थाओं के प्रति उनके विचार जाने। मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं के हित में पंजीकरण काउंटर बढ़ाने की आवश्यकता होने पर जरूरत के हिसाब से काउंटर बढ़ने एवं श्रद्धालुओं के लिए पेयजल, शौचालय के साथ कूलर आदि की व्यवस्था करने तथा सुरक्षा की दृष्टि से पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा कर्मी तैनात करने के निर्देश दिए।
उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए, कि किसी भी श्रद्धालु के साथ फ्रॉड न हो, यदि किसी भी श्रद्धालु के साथ फ्रॉड होता है तो फ्रॉड करने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाए तथा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हर आवश्यक कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि विगत दिनों चार धाम यात्रा के दौरान अधिक संख्या के कारण ऑफलाइन पंजीकरण प्रक्रिया को कुछ समय के लिए बन्द किया गया था, जिसे अब खोल दिया गया है। चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या सामान्य एवं व्यवस्थाएं सामान्य रहने पर ऑफलाइन पंजीकरण संख्या को बढ़ाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता चारधाम यात्रा पर आने वाले सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा है।
उन्होंने श्रद्धालुओं से अपेक्षा की है कि उन्हें चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन के अनुसार जो तिथि मिली है, उसके अनुसार ही दर्शन के लिए आएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा प्रदेश की लाइफलाइन है। यह यात्रा राज्य की आर्थिकी से भी जुड़ी है। जिस तेजी से चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हो रही है, हम सबका दायित्व है कि यात्रा को सुगम और सरल बनाने में सभी मिलकर सहयोगी बनें।