20 सितम्बर को शुरू हो सकती है एम्स की हेली एंबुलेंस सेवा
ऋषिकेश। न्यूज लाइव ब्यूरो
एम्स ऋषिकेश की हेली एंबुलेंस मेडिकल सेवा (AIIMS Heli Ambulance Medical Service) की शुरुआत इसी साल 20 सितंबर से प्रस्तावित है। यह सेवा देश के अन्य बड़े सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों के लिए भी मिसाल बनने जा रही है। तकनीक आधारित इस सेवा के संचालन को समझने के लिए बीते रोज पीजीआई चंडीगढ़ के अधिकारियों ने एम्स ऋषिकेश का दौरा किया।
विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले उत्तराखंड में हेली एंबुलेंस मेडिकल सेवा संजीवनी साबित हो रही है। धीरे-धीरे यह सेवा देश के अन्य राज्यों में स्थित बड़े स्वास्थ्य संस्थानों के लिए एक अनुकरणीय मिसाल बनने जा रही है। इस सेवा की तकनीक, संचालन और अन्य व्यवस्थाओं को समझने के लिए बीते रोज पीजीआई चंडीगढ़ के प्रशासनिक अधिकारी एम्स ऋषिकेश पंहुचे।
एम्स ऋषिकेश के उप निदेशक (प्रशासन) ले. कर्नल अमित पराशर ने पीजीआई चंडीगढ़ के उप निदेशक पंकज राय को हेली एम्बुलेंस सेवा के संचालन संबंधित सभी जानकारियों से अवगत कराया। दोनों संस्थानों के उच्चाधिकारियों ने इस विषय पर व्यापक चर्चा की और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में इसे बहुलाभकारी बताया।
विजिट के दौरान पीजीआई चंडीगढ़ के उप निदेशक ने एम्स ऋषिकेश के हेलीपैड और ट्रामा सेंटर स्थित हेली एंबुलेंस मेडिकल सर्विस के कंट्रोल रूम में सिस्टम के संचालन की जानकारी हासिल की। हेली एम्बुलेंस सेवा के इंचार्ज व एम्स के ट्रॉमा सर्जन डॉ मधुर उनियाल ने हेली एंबुलेंस मेडिकल सर्विस के स्ट्रक्चर, इसके सूचना तंत्र, कार्यप्रणाली और अन्य व्यवस्थाओं की बारीकियां बताईं। पीजीआई चंडीगढ़ के डीडीए ने हेलीपैड पर पेशेंट रिसीव करने के तरीके, इसके सूचना तंत्र, कॉल अटेंड सिस्टम, पेशेंट अटैंड सिस्टम और इस सेवा के तकनीकी पहलुओं को जाना।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा द्वारा आगामी 20 सितंबर को एम्स ऋषिकेश की हेली एंबुलेंस सेवा का उद्घाटन किया जाना प्रस्तावित है। इससे पूर्व छह मार्च को मेरठ से असेंबल्ड हेली एम्बुलेंस का एम्स ऋषिकेश के हेलीपैड पर लैंडिंग और टेकऑफ के साथ ही मरीज को ट्रामा सेंटर तक लाने-ले जाने का सफल ट्रायल हो चुका है।
एम्स ऋषिकेश के उपनिदेशक (प्रशासन) लेफ्टिनेंट कर्नल अमित पराशर ने बताया कि हेली एंबुलेंस सेवा के उद्घाटन की संस्थान तैयारियां कर रहा है।