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आसानी से उपलब्ध है एम्स की हेली एम्बुलेंस मेडिकल सेवा, इस टोल फ्री नंबर को डायल करें

जरूरत पड़ने पर 18001804278 टोल फ्री नंबर पर करें काॅल

दूरदराज के इलाकों से अब वाट्सएप नम्बर 9084670331 भी भेजी सकते हैं रोगी की मेडिकल रिपोर्ट

एम्स ऋषिकेश। 12 दिसम्बर 2024

इस वर्ष धनतेरस पर 29 अक्टूबर को शुरू हुई देश की पहली हेली एम्बुलेंस मेडिकल सेवा ’संजीवनी’ द्वारा अभी तक कई लोगों का जीवन बचाया जा चुका है। चौबीस घन्टे कार्य करने वाले टोल फ्री नंबर 18001804278 पर फोन करके आसानी से इस सेवा का लाभ लिया जा सकता है।

इसके अलावा, संस्थान ने अब एक वाट्स एप नम्बर भी जारी किया है, जिसमें संबंधित रोगी की डिटेल भी भेजी जा सकेगी।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स ऋषिकेश) की हेली एंबुलेंस मेडिकल सेवा का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया था।

हेली एयर एम्बुलेंस मेडिकल सेवा के नोडल अधिकारी डाॅ. मधुर उनियाल ने बताया कि राज्य के दूर-दराज के इलाकों में स्वास्थ्य कारणों के चलते आपात स्थिति में फंसे व्यक्ति की मेडिकल रिपोर्ट को देखने अथवा अन्य जानकारियां प्राप्त करने के लिए अब वाट्स एप नम्बर 9084670331 भी जारी कर दिया गया है। इस नम्बर पर संबन्धित व्यक्ति की विभिन्न मेडिकल हिस्ट्री अथवा रिपोर्टों को भेजा जा सकता है।

संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने कहा कि इस सेवा से हम अधिकाधिक लोगों को जीवनदान देने की भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि संबंधित क्षेत्र के जिलाधिकारी अथवा जिला चिकित्सा अधिकारी के माध्यम से भी इस सेवा का लाभ उठाया जा सकता है।

किसे मिलेगी हेली एम्बुलेंस 

ऋषिकेश। हेली एम्बुलेंस मेडिकल सेवा के नोडल अधिकारी डाॅ. मधुर उनियाल के अनुसार राज्य के पर्वतीय जनपदों के दूर-दराज के इलाकों के ऐसे लोगों

-जो किसी दुर्घटना का शिकार होने के कारण गंभीर अवस्था में हों।

-प्रसव नहीं हो पाने की स्थिति में संकटग्रस्त गर्भवती महिला

-ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक वाले व्यक्ति

-पहाड़ी से नीचे गिरने के कारण गंभीर रूप से घायल व्यक्ति

-किसी जंगली जानवर या व्यक्ति द्वारा किए गए हमले में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति

-उच्च हिमालयी क्षेत्रों की विषम भौगोलिक स्थिति के कारण मौसम या अन्य कारणों से संकट में फंसे व्यक्ति

– किसी भी वजह से अंग भंग होने या जीवन बचाने का संकट झेल रहे व्यक्ति को एम्स पहुंचाने के लिए इस सेवा का उपयोग किया जा सकता है।

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Rajesh Pandey

उत्तराखंड के देहरादून जिला अंतर्गत डोईवाला नगर पालिका का रहने वाला हूं। 1996 से पत्रकारिता का छात्र हूं। हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश आज भी जारी है। लगभग 20 साल हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। बच्चों सहित हर आयु वर्ग के लिए सौ से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। स्कूलों एवं संस्थाओं के माध्यम से बच्चों के बीच जाकर उनको कहानियां सुनाने का सिलसिला आज भी जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। रुद्रप्रयाग के खड़पतियाखाल स्थित मानव भारती संस्था की पहल सामुदायिक रेडियो ‘रेडियो केदार’ के लिए काम करने के दौरान पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया। सामुदायिक जुड़ाव के लिए गांवों में जाकर लोगों से संवाद करना, विभिन्न मुद्दों पर उनको जागरूक करना, कुछ अपनी कहना और बहुत सारी बातें उनकी सुनना अच्छा लगता है। ऋषिकेश में महिला कीर्तन मंडलियों के माध्यम के स्वच्छता का संदेश देने की पहल की। छह माह ढालवाला, जिला टिहरी गढ़वाल स्थित रेडियो ऋषिकेश में सेवाएं प्रदान कीं। बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहता हूं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता: बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी संपर्क कर सकते हैं: प्रेमनगर बाजार, डोईवाला जिला- देहरादून, उत्तराखंड-248140 राजेश पांडेय Email: rajeshpandeydw@gmail.com Phone: +91 9760097344

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