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वन भूमि हस्तान्तरण के प्रकरणों में तेजी लाएं अफसरः मुख्यमंत्री

मानव वन्य जीवन संघर्ष को कम करने के लिए तैयार की जाए कारगर रणनीति 

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में सड़कों एवं अन्य विकास कार्यों में लम्बित वन भूमि हस्तान्तरण के मामलों के निस्तारण में तेजी लाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश में मानव वन्य जीव संघर्ष को कम करने के लिये कारगर रणनीति तैयार करने के भी निर्देश वन विभाग के अधिकारियों को दिए हैं।

सोमवार को मुख्यमंत्री धामी से प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी के नेतृत्व में भारतीय वन सेवा के अधिकारियों ने भेंट की। मुख्यमंत्री ने वन विभाग के अधिकारियों से वन भूमि हस्तान्तरण के मामलों में अनावश्यक विलम्ब न किए जाने की अपेक्षा की।

उन्होंने कहा कि वन भूमि हस्तान्तरण के प्रकरणों में विलम्ब होने से विकास कार्यों को पूर्ण करने में अनावश्यक देरी हो रही है।

मुख्यमंत्री को एसोसिएशन ने कार्बेट नेशनल पार्क पर आधारित काफी टेबल बुक भी भेंट की।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द, नव नियुक्त मुख्य सचिव एसएस संधू, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते के साथ ही वन विभाग के उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।

Keywords:- Uttarakhand’s Forest Land Transfer, Chief Secretary S.S.Sandhu, Corbett National Park, Indian Forest Service

Rajesh Pandey

उत्तराखंड के देहरादून जिला अंतर्गत डोईवाला नगर पालिका का रहने वाला हूं। 1996 से पत्रकारिता का छात्र हूं। हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश आज भी जारी है। लगभग 20 साल हिन्दी समाचार पत्रों अमर उजाला, दैनिक जागरण व हिन्दुस्तान में नौकरी की, जिनमें रिपोर्टिंग और एडिटिंग की जिम्मेदारी संभाली। 2016 में हिन्दुस्तान से मुख्य उप संपादक के पद से त्यागपत्र देकर मानव भारती संस्था में सेवाएं शुरू कीं, जहां बच्चों के बीच काम करने का अवसर मिला। संस्था के सचिव डॉ. हिमांशु शेखर जी ने पर्यावरण तथा अपने आसपास होने वाली घटनाओं को सरल भाषा में कहानियों के माध्यम से प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित किया। बच्चों सहित हर आयु वर्ग के लिए 60 से अधिक कहानियां एवं कविताएं लिखी हैं। स्कूलों एवं संस्थाओं के माध्यम से बच्चों के बीच जाकर उनको कहानियां सुनाने का सिलसिला आज भी जारी है। बच्चों को कहानियां सुनाने, उनसे बातें करने, कुछ उनको सुनने और कुछ अपनी सुनाना पसंद है। रुद्रप्रयाग के खड़पतियाखाल स्थित मानव भारती संस्था की पहल सामुदायिक रेडियो ‘रेडियो केदार’ के लिए काम करने के दौरान पहाड़ के गांवों की अनकही कहानियां लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया। सामुदायिक जुड़ाव के लिए गांवों में जाकर लोगों से संवाद करना, विभिन्न मुद्दों पर उनको जागरूक करना, कुछ अपनी कहना और बहुत सारी बातें उनकी सुनना अच्छा लगता है। ऋषिकेश में महिला कीर्तन मंडलियों के माध्यम के स्वच्छता का संदेश देने की पहल की। छह माह ढालवाला, जिला टिहरी गढ़वाल स्थित रेडियो ऋषिकेश में सेवाएं प्रदान कीं। जब भी समय मिलता है, अपने मित्र मोहित उनियाल व गजेंद्र रमोला के साथ पहाड़ के गांवों की यात्राएं करता हूं। ‘डुगडुगी’ नाम से एक पहल के जरिये, हम पहाड़ के विपरीत परिस्थितियों वाले गांवों की, खासकर महिलाओं के अथक परिश्रम की कहानियां सुनाना चाहते हैं। वर्तमान में, गांवों की आर्थिकी में खेतीबाड़ी और पशुपालन के योगदान को समझना चाहते हैं। बदलते मौसम और जंगली जीवों के हमलों से सूनी पड़ी खेती, संसाधनों के अभाव में खाली होते गांवों की पीड़ा को सामने लाने चाहते हैं। मित्र मोहित उनियाल के साथ, बच्चों के लिए ‘डुगडुगी’ नाम से प्रतिदिन डेढ़ घंटे के निशुल्क स्कूल का संचालन किया। इसमें स्कूल जाने और नहीं जाने वाले बच्चे पढ़ते थे। यह स्कूल फिलहाल संचालित नहीं हो रहा है। इसे फिर से शुरू करेंगे, ऐसी उम्मीद है। बाकी जिंदगी की जी खोलकर जीना चाहता हूं, ताकि बाद में ऐसा न लगे कि मैं तो जीया ही नहीं। शैक्षणिक योग्यता: बी.एससी (पीसीएम), पत्रकारिता स्नातक और एलएलबी वर्तमान में मानव भारती संस्था, देहरादून में सेवारत संपर्क कर सकते हैं: प्रेमनगर बाजार, डोईवाला जिला- देहरादून, उत्तराखंड-248140 राजेश पांडेय Email: rajeshpandeydw@gmail.com Phone: +91 9760097344

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