
Uttarakhand Super-100 program: देहरादून, 02 जून 2025: उत्तराखंड के विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने सोमवार को एससीईआरटी सभागार, ननूरखेड़ा में ‘सुपर-100’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। समग्र शिक्षा के अंतर्गत राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के कक्षा-12 विज्ञान वर्ग के मेधावी छात्र-छात्राओं को इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं के लिए तैयार करने हेतु यह निःशुल्क कोचिंग कार्यक्रम शुरू किया गया है।
कार्यक्रम (Uttarakhand Super-100 program) के मुख्य बिंदु
- निःशुल्क कोचिंग: ‘सुपर-100’ कार्यक्रम के तहत 100 चयनित मेधावी छात्र-छात्राओं को इंजीनियरिंग व मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग प्रदान की जाएगी। छात्रों का चयन प्रवेश परीक्षा के आधार पर हुआ है।
- आत्मविश्वास और सफलता: डॉ. रावत ने कहा कि यह कार्यक्रम छात्रों के आत्मविश्वास को दोगुना करेगा और उनकी सफलता की गारंटी बनेगा, जिससे वे इंजीनियरिंग व मेडिकल के क्षेत्र में अपना परचम लहरा सकेंगे।
- कार्यक्रम की अवधि और सुविधाएँ: यह 45 दिवसीय कार्यक्रम 01 जून 2025 से 15 जुलाई 2025 तक चलेगा। चयनित छात्रों को भोजन, आवास, पठन सामग्री और अनुभवी शिक्षकों द्वारा कोचिंग जैसी सभी सुविधाएँ निःशुल्क मिलेंगी।
- निरंतर मूल्यांकन और भ्रमण: कोचिंग के दौरान छात्रों का नियमित मूल्यांकन किया जाएगा और उन्हें प्रतिष्ठित संस्थानों व स्थानों का भ्रमण भी कराया जाएगा।
- शिक्षकों से अपील: डॉ. रावत ने शिक्षकों से प्रतिस्पर्धा और आत्मनिर्भरता के इस युग को चुनौती के रूप में स्वीकार कर छात्रों को तैयार करने का आह्वान किया।
- सहयोगी संस्था: इस कार्यक्रम में अवंती फेलोज संस्था का भी सहयोग लिया जा रहा है।
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सफलता के लिए मंत्री के सुझाव
विभागीय मंत्री ने छात्र-छात्राओं को कड़ी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित किया और सफलता के कुछ महत्वपूर्ण मंत्र बताए:
- योजनाबद्ध अध्ययन: सिलेबस को समझें और एक सुव्यवस्थित अध्ययन योजना बनाएं।
- नियमित अभ्यास: नियमित रूप से अभ्यास करें, मॉक टेस्ट दें और समय प्रबंधन पर ध्यान दें।
- स्वस्थ जीवनशैली: तनाव और चिंता से निपटने के लिए पर्याप्त नींद, स्वस्थ भोजन और व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।
- सामूहिक अध्ययन: दोस्तों या सहपाठियों के साथ मिलकर अध्ययन करें और एक-दूसरे की सहायता से प्रेरणा प्राप्त करें।
- सकारात्मक दृष्टिकोण: हमेशा सकारात्मक रहें और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दृढ़ संकल्पित रहें।
शिक्षा महानिदेशक की सलाह
महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा अभिषेक रुहेला ने छात्रों को योजनाबद्ध तरीके से प्रवेश परीक्षा की तैयारी करने की सलाह दी। अपर राज्य परियोजना निदेशक कुलदीप गैरोला ने छात्रों को अपनी मेहनत के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि अध्यापक केवल रास्ता दिखा सकते हैं, असली मेहनत छात्रों को ही करनी होगी।
उद्घाटन समारोह में शिक्षा मंत्री डॉ. रावत ने प्रतिभागी छात्रों को मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की पुस्तकें व स्टेशनरी भी वितरित कीं। मंच संचालन बी.पी. मैन्दोली, स्टाफ ऑफिसर, समग्र शिक्षा ने किया।
इस अवसर पर निदेशक एससीईआरटी वंदना गर्ब्याल, निदेशक माध्यमिक शिक्षा मुकुल कुमार सती, निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा अजय नौडियाल, अपर निदेशक महानिदेशालय पदमेन्द्र सकलानी, उप राज्य परियोजना निदेशक अजीत भंडारी, प्रद्युमन सिंह रावत, अंजुम फातिमा, कार्यक्रम समन्वयक अखिलेश ध्यानी, समस्त राज्य समन्वयक, एससीईआरटी के प्रवक्ता व अवंती फेलोज के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।